संजय गुप्ता, INDORE. टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच 24 जनवरी को होलकर स्टेडियम में होने वाले वनडे मैच के टिकट 12 जनवरी को आनन-फानन में बिकने को लेकर पहले से ही ब्लैक मार्केटिंग होने की आशंका जताई जा रही थी। इसे लेकर हाईकोर्ट इंदौर बेंच में सुनवाई भी हुई जिसमें फैसला रिजर्व कर लिया गया है।
2 आरोपी गिरफ्तार, 5 टिकट बरामद
बुधवार को क्राइम ब्रांच इंदौर ने 2 आरोपियों को पकड़ा है जो टिकट ब्लैक करने इंदौर आए थे। इनके पास से 5 टिकट मिले हैं। इसके पहले 4 अक्टूबर को हुए टी-20 मैच के भी कई टिकट विजयनगर में एक ऑफिस से पुलिस ने पकड़े थे जिसमें से कई नकली थे और कुछ असली थे।
मुखबिर से मिली सूचना पर पकड़े गए आरोपी
क्राइम ब्रांच की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी राजेंद्र नगर क्षेत्र में सेतु ब्रिज के पास में क्रिकेट का टिकट्स ब्लैक में बेचने के लिए 2 व्यक्ति आने वाले हैं। मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच टीम नें मुखबिर के बताए स्थान से आरोपी गर्व जैन निवासी कनाडिया रोड इन्दौर और रुद्र नागर निवासी मोहल्ला छावनी इंदौर को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ज्यादा कीमत में बेचकर जल्दी से ज्यादा पैसे कमाने की नीयत से टिकट्स ब्लैक करना चाहते थे।
हाईकोर्ट ने पूरी कर ली है सुनवाई
वहीं कांग्रेस नेता राकेश यादव द्वारा मैचों के टिकट ब्लैक होने को लेकर लगाई गई याचिका पर बुधवार को सुनवाई पूरी हो गई। इसमें एमपीसीए द्वारा दी गई टिकट बिक्री की जानकारी पर हाईकोर्ट ने आपत्ति लेते हुए कहा कि यह व्यवस्थित तौर पर शीट नहीं दी गई है, क्योंकि इसमें टिकट बिक्री का कोई क्रमांक आदि नहीं है।
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1 मिनट में ही बुक हो गए थे ज्यादातर टिकट
याचिकाकर्ता के वकील जोसेफ डिसिल्वा ने कहा कि एमपीसीए ने जानकारी दी है कि कई टिकट सुबह 6 बजे ही बुक हो गए, जबकि 12 जनवरी को इतने बजे तो पेटीएम और इनसाइडर की साइट ओपन हुई थी। तब 6 बजे और 6 बजकर एक मिनट पर अधिकांश टिकट कैसे बुक हो सकते हैं, जबकि पूरी प्रक्रिया में 1-2 मिनट का समय लगता है। एमपीसीए की ओर से वकील अजय बागड़िया ने कहा कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से हुई है और हमने टिकट बुकिंग की रैंडम आधार पर शीट बनाकर कोर्ट में पुटअप की है। सभी की बातें सुनने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया।