दिलीप मिश्रा, DEWAS. देवास के नए कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने चार्ज लेने के बाद पहली जनसुनवाई की। कलेक्टर की जनसुनवाई में अधिकारियों का लापरवाह रवैया देखने को मिला। कई विभागों के अधिकारी जनसुनवाई में आए ही नहीं, कुछ अधिकारियों ने अपने मातहतों को जनसुनवाई में भेज दिया। कलेक्टर ने जिम्मेदार अधिकारियों को आवाज लगाई लेकिन अधिकारी मौजूद ही नहीं थे। कलेक्टर ने अधिकारियों को फोन करके बुलाने के निर्देश दिए। फॉरेस्ट एसडीओ एसएल यादव तो जनसुनवाई में झपकी लेते नजर आए।
वन विभाग के एक अधिकारी झपकी लेते नजर आए
कलेक्टर की जनसुनवाई में विभागों के अधिकारियों का लापरवाह रवैया देखने को मिला। फॉरेस्ट एसडीओ एसएल यादव तो जनसुनवाई के दौरान गहरी झपकी लेते नजर आए। एसडीओ इतनी गहरी नींद में थे कि बगल वाले अधिकारी ने उन्हें हिलाकर जगाया।
कलेक्टर ने किया अधिकारियों का बचाव
मीडिया से बातचीत में कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने अधिकारियों की लापरवाही के सवाल पर अधिकारियों का पक्ष लिया। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि कुछ अधिकारी परमिशन लेकर बाहर गए हैं। कुछ अपने ऑफिस में व्यस्त हैं, इसलिए जनसुनवाई में नहीं आए। सभी अधिकारियों से कहा गया है कि आगे से तय समय पर जनसुनवाई में आएं। जनसुनवाई टॉप प्राथमिकता है। कलेक्टर ने कुछ अधिकारियों के इंदौर से अप-डाउन करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़िए..
'अच्छे-अच्छों को हार्ट अटैक आ जाते हैं, मुझे नींद आ गई'
झपकी लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद फॉरेस्ट एसडीओ एसएल यादव को कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसके बाद फॉरेस्ट एसएल यादव ने कहा कि जंगल में उन्हें रातभर जागना पड़ता है। सुबह 5 बजे उठे थे और 11 बजे देवास पहुंचे थे। ऐसा जानबूझकर नहीं किया है। शरीर की कोई गारंटी नहीं है। अच्छे-अच्छों को हार्ट अटैक आ जाते हैं, बैठक में मुझे नींद आ गई।