निवाड़ी. बेतवा नदी के किनारे बसा निवाड़ी जिले का ओरछा शहर (Orchha city) अपने महलों, मंदिरों के लिए जाना जाता है। इस ऐतहासिक शहर को यूनेस्को ने वर्ल्ड हैरिटेज सिटी (wold heritage city) में शुमार किया हैं। यहां की ऐतहासिक इमारत से सटकर शहर का एकमात्र मुक्तिधाम है। जबकि आर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट ऑफ इंडिया (ASI) के नियमों के मुताबिक किसी ऐतहासिक इमारत के 500 मीटर के दायरे में कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता।
जिला प्रशासन कशमकश में: मुक्तिधाम छतरियों की दीवार से सटकर बना हुआ है। छतरियां यानी राजा-महाराजाओं की समाधि का चबूतरा। ASI ने जिला प्रशासन से इसे हटाने के लिए पत्राचार किया है, लेकिन प्रशासन के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, ये शहर का एकमात्र मुक्तिधाम है। यहां शहर के सभी लोग अंतिम संस्कार के लिए आते हैं। अगर इसे तोड़ा जाता है तो सवाल खड़ा होता है कि लोग फिर कहां जाएगे?
5 साल पहले निर्माण हुआ: पुरातत्व अधिकारी घनश्याम बाथम ने बताया कि छतरियों की दीवार से सटकर बनाए गए मुक्तिधाम को पुरातत्व सर्वेक्षण ने चिंहित कर लिया है। पहले भी इसे हटाया जा चुका है। इसे हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जिला प्रशासन को एक पत्र भी लिखा है। पांच साल पहले साल 2016-2017 में इसका निर्माण हुआ था, जल्द ही टूट जाएगा। कार्रवाई कब होगी? इस संबंध में अब कलेक्टर ही बता पाएगे।