Damoh. दमोह में आधुनिक बस स्टेंड निर्माण का भूमि पूजन करने के लिए बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार सुबह दमोह पहुंचे। जहां उन्होंने एक बार फिर हिंदुओं को जागने का आव्हान किया है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि जब तक हिंदू एक नहीं होंगे, तब तक ऐसे ही राम की यात्रा पर पत्थर फिकते रहेंगे, इसलिए एक हो जाओ।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा इस बार पूरे देश में उत्साह के साथ रामनवमी मनाई गई। हम आपको जगाने का काम करते हैं तो लोग कहते हैं हम कट्टर हैं, हम कट्टर नहीं हैं, लेकिन फिर से रामनवमी पर देश में पत्थर फेंके गए। महाराष्ट्र-गुजरात-हावड़ा में सब जगह विचित्र स्थितियां हैं, हम यही प्रार्थना करते हैं कि अब हिंदुओं को जागना पड़ेगा। एक होना पड़ेगा ताकि कोई भी राम की यात्रा पर पत्थर न फेंक सके। सब हिंदू एक हो जाओ, राम की यात्रा पर पत्थर फेंकने वालों के मुंह पर ताला लगाओ।
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धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब तक हिंदू एक नहीं होंगे, पत्थर फेंकना बंद नहीं होंगे। बाकी आगे बजरंग बली की इच्छा। उन्होंने कहा दमोह भी उनका है और दमोह वासियों से उनका विशेष स्नेह है। जबलपुर से कथा करने के बाद हमें छतरपुर ही जाना था। तभी उनके पास आमंत्रण आया की दमोह में नए बस स्टेंड का भूमि पूजन होना है तो उन्होंने कहा कि यदि दमोह में कोई अच्छा कार्य हो रहा है तो वह जरूर आयेंगे और जबलपुर से सीधे दमोह आ गए और भूमिपूजन कराया।
पीपीपी मोड पर बन रहा प्रदेश का बस स्टैंड
सागर स्टेट हाईवे पर यह आधुनिक बस स्टेंड बन रहा है। जिसका निर्माण करने वाले ठेकेदार आदित्य सुरेखा ने बताया कि यह सर्व सुविधा युक्त बस स्टैंड 2 साल में
बनकर तैयार हो जाएगा और बाकी अन्य कार्यों के लिए 1 साल का समय और मिलेगा। उन्होंने बताया की विशाल वेटिंग रूम, एसी वेटिंग रूम, डेढ़ सौ बस एक साथ खड़े होने की व्यवस्था, बस कंडक्टर और ड्राइवर के लिए डोर मेट्रीज, सभी वर्ग की आवश्यकताओं से जुड़ी चीजों का ध्यान रखा जाएगा, गेमिंग जोन होंगे, शॉपिंग मॉल होगा।
बस यूनियन और व्यापारी कर रहे विरोध
नए बस स्टेंड निर्माण होने के पहले विरोध भी शुरू हो गया। जिला बस यूनियन और वर्तमान बस स्टेंड पर व्यापार करने वाले व्यापारी नए बस स्टेंड का विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को वर्तमान बस स्टेंड पर धरना प्रदर्शन किया गया और शासन से इस निर्णय को वापस लेने की मांग करते हुए दमोह तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था और मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की बात कही थी।