अजय छाबरिया, BHOPAL. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री राजधानी भोपाल में हैं। लालघाटी के गुफा मंदिर में अक्षय उत्सव का आयोजन हुआ। श्री परशुराम जन्मोत्सव के रूप में अक्षय उत्सव आयोजित हुआ। इसमें धीरेंद्र शास्त्री शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान बताया कि कैसे भारत हिंदू राष्ट्र होगा। धीरेंद्र शास्त्री जल्द ही राजधानी में कथा सुनाएंगे।
शोभा यात्रा में बरसे फूल
अक्षय उत्सव भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव समारोह के रूप में आयोजित हुआ। इस दौरान हजारों की संख्या में महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली। शोभायात्रा की शुरुआत लालघाटी चौराहे से हुई। इस दौरान शोभा यात्रा पर जगह-जगह फूल बरसाए गए। ढोल-नगाड़ो के साथ लोग नाचते-गाते हुए भगवान परशुराम के जन्म उत्सव में लीन हो गए। सीएम शिवराज, वीडी शर्मा और मंत्री विश्वास सारंग भी शोभा यात्रा में शामिल हुए।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
इस दौरान शिव भक्त मंडल उज्जैन के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत दी गई। मालवा के बैंड-ढोल और शहनाई की धुन पर अतिथि स्वागत करते हुए कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ते गए। कार्यक्रम स्थल गुफा मन्दिर परिसर में विशाल मंच पर 551 ब्राम्हणों द्वारा स्वास्तिक वाचन, शंखनाथ और भजन-पूजन, गणेश महाआरती के साथ भगवान परशुराम प्रकटोत्सव समारोह का भव्य शुभारंभ हुआ।
दीवानगी हमारे पूज्य ‘’सरकार’’ की……. pic.twitter.com/73Ijybf12G
— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) April 22, 2023
संतों के लिए विशेष गादी
गुफा मंदिर कार्यक्रम में शामिल हुए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और गुफा मन्दिर के महंत श्री श्री 1008 रामप्रवेशदास जी महाराज के लिए विशेष गादी सजाई गई थी।
धीरेंद्र शास्त्री ने भेंट की रामचरित मानस
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने भोपाल के सकल समाज को रामचरित मानस भेंट की। सकल समाज में प्रमुख रूप से क्षत्रिय राजपूत समाज, रघुवंशी समाज, सिरोजिया अग्रवाल समाज, दिगम्बर जैन समाज, श्वेताम्बर जैन मूर्तिपूजक संघ, सिन्धी सेन्ट्रल पंचायत, पंजाबी समाज, सिख समाज, माहेश्वरी समाज, गुजराती समाज और खण्डेलवाल समाज के लोग मौजूद रहे।
भारत को शास्त्र और शस्त्र दोनों की आवश्यकता- धीरेंद्र शास्त्री
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि परशुराम ने विश्व के कल्याण के लिए हाथ में फर्श उठाया। परशुराम ने 21 बार पृथ्वी को क्षत्रियविहीन किया था। अब लोगों में मतभेद होगा कि फिर क्षत्रिय कहां से आए तो पहले ये समझ लेना चाहिए कि परशुराम ने उन क्षत्रियों को मारा था जो धर्म के खिलाफ थे, जो महिलाओं पर अत्याचार करते थे। ऐसे लोगों का वध करके परशुराम ने धर्म की स्थापना की। हमारे शास्त्र और शस्त्र में ज्यादा अंतर नहीं है बस एक मात्रा का अंतर है। रामचरित मानस में 2 ऐसे व्यक्ति मिलते हैं, जो एक शस्त्र है और दूसरा शास्त्र है। हनुमान शास्त्र हैं और और अंगद शस्त्र हैं। वर्तमान में भारत को शास्त्र और शस्त्र दोनों की आवश्यकता है। सनातनियों को भी माला और भला दोनों की आवश्यकता है। भाला किसी को मारने की लिए नहीं बल्कि आत्मरक्षा के लिए।
भोपाल में जल्द ही कथा सुनाएंगे पंडित धीरेंद्र शास्त्री
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र ने कहा कि जल्द ही भोपाल में एक कथा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तुम तो बस तैयारी करो। सब जग जाओ, मस्तक पर तिलक लगाओ और सब सनातनी जगे तो भारत हिन्दू राष्ट्र होगा।
ये खबर भी पढ़िए..
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद रही। इस दौरान पुलिस और आरएएफ के जवान भी सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे। महिलाओं के बैठने के लिए सीएम व्यवस्थापक की भूमिका में नजर आए। सीएम शिवराज सिंह चौहान मंच से पुलिस वालों को महिलाओं की व्यवस्था के लिए टोकते रहे।