इंदौर के 'गुमटी माफिया' की कहानी: 30 साल में 350 एकड़ जमीन के अवैध मालिक बन गए पटेल ब्रदर्स

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इंदौर के 'गुमटी माफिया' की कहानी: 30 साल में 350 एकड़ जमीन के अवैध मालिक बन गए पटेल ब्रदर्स

इंदौर (Indore) में 24 सितंबर को अवैध कब्जे पर प्रशासन का डंडा चला। इस कार्रवाई में करीब 100 करोड़ की कीमत के दो मैरिज गार्डन समेत 80 दुकानें जमींदोज की गई। इस अवैध मिल्कियत के मालिक थे खजराना इलाके के निवासी पटेल ब्रदर्स (Khajrana Patel Brothers)। यूनुस पटेल, सलीम पटेल और सोहराब पटेल शहर में गुमटी माफिया (Ghumti Mafia) के नाम से कुख्यात हैं। 90 के दशक में इनकी पहचान खेती बाड़ी और पशु कारोबारी के रूप में थी। लेकिन फिर ये प्रॉपर्टी के धंधे में उतरे और अपने इस काले कारोबार का साम्राज्य खड़ा किया।

विवादित जमीनों का सौदा करना इनका पेशा

पटेल बद्रर्स खजराना क्षेत्र के रसूखदार माने जाते हैं। अपनी राजनीतिक पहुंच और अफसरों से साठगांठ के बलबूते पर इन्होंने विवादित जमीनों का सौदा करना शुरू किया। दस्तावेजों में हेरफेर और रसूख के दम पर इन्होंने 30 साल में कनाड़िया और बायपास के इलाकों में 350 एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा था। इनकी कई बार शिकायतें भी हुईं, लेकिन अफसरों ने हर बार मामला दबा दिया। शुक्रवार को पहली बार पुलिस प्रशासन ने इनके अवैध कब्जों को जमीदोंज किया है। 

गुमटी माफिया की मजबूत राजनीतिक पकड़

पटेल बंधु बहुत समय से प्रशासन की नजरों में थे। लेकिन एक विधायक और मंत्री के करीबी होने के कारण वह कार्रवाई से बचते रहे। 2017 में दुकानों का निर्माण करवाते समय वे तत्कालीन निगम कमिश्नर मनीष सिंह की नजरों में आ गए थे। लेकिन भाजपा नेताओं (BJP Leaders) की मदद से बच गए। इस बार भी गुमटी माफिया को बचाने की कोशिश हुई। इसके लिए एक भाजपा पार्षद ने देर रात तक अधिकारियों से लेकर सीएम हाउस तक चर्चा की। लेकिन फिर भी प्रशासन के डंडे से नहीं बचा पाए।

कांग्रेस सरकार में SSP रुचिवर्धन मिश्र के पास भी शिव शक्ति नगर से लगी जमीनों के कब्जे को लेकर पटेल बंधुओं की जानकारी पहुंची थी। लेकिन रिटायर्ड अधिकारी के नजदीकी होने के चलते कार्रवाई टल गई थी। 

परिवार का है क्रिमिनल बैकग्राउंड

यूनुस पटेल (Yunus Patel) का आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है। वह हत्या के मामले में आरोपी रह चुका है। प्रेम बंधन गार्डन से जुड़ा सलीम पटेल कुछ समय पहले विदेश यात्रा पर गया था। इस दौरान सलीम पर कुछ आरोप भी लगे थे। इस मामले में विदेश की पुलिस खजराना थाने भी पहुंची थी। लेकिन हर बार की तरह ये मामला भी रफा दफा कर दिया। यूनूस का बेटा फैजान भी आपराधिक प्रवृत्ति का है। उसका नाम एक बिल्डर के बेटे के अपहरण के मामले में भी सामने आया था।

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