Bhopal. प्रदेश भर के करीब 19 हजार पटवारी 3 दिन से छुट्टी मना रहे हैं। इनकी छुट्टी से राजस्व के काम अटक रहे हैं। इधर भोपाल में आज सुबह पटवारी संघ का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान के पास पहुंचा। मुख्यमंत्री ने पटवारियों की मांगों को लेकर आश्वासन भी दिया है। फिलहाल गेंद अब पटवारी संघ के पाले में हैं, जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि आगे वे हड़ताल पर जाएंगे या नहीं।
- यह भी पढ़ें
पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि मंदसौर में मीटिंग में आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीएम से आश्वासन मिला है कि पटवारियों की मांगों को सुना जाएगा और बैठकर बात की जाएगी। दरअसल पटवारी संघ के आह्वान पर सभी जिलों में कार्य से विरत रहे पटवारियों ने समान कार्य समान वेतन समेत अन्य मांगों को पूरी करने सरकार को चेताया है। इससे पहले संघ 4 मई को अपनी मांगें ज्ञापन के जरिए सरकार को अवगत करा चुका था। 3 दिन से छुट्टी पर बैठे पटवारी शनिवार और रविवार को भी छुट्टी के कारण काम पर नहीं जाएंगे।
काम के बोझ का भी हवाला दिया
पटवारी संघ के अध्यक्ष का कहना है कि पटवारियों के पास संसाधनों की कमी है। दूसरी तरफ विशेष भर्ती अभियान के तहत 500 आरआई द्वारा सीमांकन कार्य नहीं किए जाने से पटवारियों पर काम का प्रेशर है। उनके पास पहले से ही बहुत ज्यादा काम है। ऐसे में पटवारी सीमांकन का काम नहीं कर सकते। पटवारियों को समान कार्य समान वेतन के बेस पर 2800 ग्रेड पे नहीं जाता। समस्याओं का समाधान भी नहीं होता है तो पटवारी सीमांकन का काम नहीं करेंगे। न ही सीमांकन कार्य में किसी तरह का सहयोग करेंगे।