देव श्रीमाली, GWALIOR. मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के बयान पर बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने पलटवार किया और कहा कि एमपी में तुष्टिकरण हो नहीं सकता, यहां तो रामभक्तों की सरकार है। यहां बता दें, डॉ. गोविंद सिंह ने कुछ रोज पहले, पवैया के बयान-सरकार में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है, पर कहा था कि ऐसा है तो बीजेपी की सरकार गिराकर कांग्रेस में चले आइए।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब बुधवार, 5 अप्रैल को जयभान सिंह पवैया ने एक ट्वीट करके हनुमान जयंती पर जुलूस को अनुमति नहीं देने पर अपनी नाराजगी दर्ज कराई थी। इसके बाद बीजेपी में भी हड़कंप मच गया था और इसे पवैया की सीएम शिवराज सिंह से नाराजी के रूप में देखा जा रहा था। इसी के बाद ग्वालियर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने पवैया के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर पवैया की उनकी सरकार सुन नहीं रही है तो ये ठीक नहीं है। डॉ. सिंह ने तो उन्हें शिवराज के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को गिराकर कांग्रेस में शामिल होने का न्यौता भी दे दिया था।
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पवैया ने नेता प्रतिपक्ष को जवाब
आज गुरुवार,6 अप्रैल को बीजेपी के स्थापना दिवस के अवसर पर मुखर्जी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे पवैया ने मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष के बयान पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले पांच -छह दिनों में देशभर में रामनवमी पर रथयात्राओं में हुई पथराव के बाद घटनाक्रम या माहौल बना है, उस पर अपनी भावनाएं जाहिर की हैं।
पवैया बोले कांग्रेस बिहार की सरकार गिराए
कांग्रेस जितना सोच सकती है, उतना ही तो सोचेगी, ये जो बात वह मध्य प्रदेश में बोल रहे हैं, मैंने तो पश्चिम बंगाल और बिहार की ओर इशारा दिया है। बिहार में जो सरकार को अपने कंधों पर बैठाए घूम रहे हैं। जिसने रामभक्तों पर अत्याचार की इंतहां कर दी है। उपद्रवियों पर केस नहीं लग रहे, लेकिन रथयात्रा निकालने वाले भक्तों पर प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं। गिराना है कांग्रेस को तो बिहार में जाकर सरकार गिराए ना। वो मुझसे उम्मीद कर रहे हैं, मध्य प्रदेश में तुष्टिकरण की नीति लागू हो ही नहीं सकती। ये रामभक्तों की सरकार है, इसलिए उनके बयान का इस मामले में कोई मायने नहीं हैं।