INDORE. मध्यप्रदेश चुनावी साल में पार्टी के नेताओं ने बड़ी-बड़ी घोषणाएं शुरू कर दी है। दरअसल, मप्र पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इंदौर में कहा कि सरकार आने पर बिजली बिलों में राहत देने का ऐलान किया है। दरअसल, उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि 100 यूनिट तक बिजली बिज माफ और 200 यूनिट का बिजली बिल हाफ किया जाएगा। नारी सम्मान योजना में महिलाओं को 1500 रु.और 500 रु. में गैस सिलेंडर देने के मास्टर स्ट्रोक के बाद कमलनाथ दूसरा स्ट्रोक है। कमलनाथ ने पहली दफा इस प्रकार की घोषणा कर बिजली के छोटे घरेलू उपभोक्ताओं को साधने का प्रयास किया है।
कमलनाथ की बड़ी घोषणा: 100 यूनिट बिजली माफ, 200 यूनिट बिजली हाफ
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— TheSootr (@TheSootr) May 18, 2023
200 यूनिट आने पर देना होगा आधा बिल
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा है यदि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तो 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ किया जाएगा। वहीं, 200 यूनिट के लिए आधा बिल देना होगा। ये घोषणा उन्होने गुरुवार 18 मई को बदनावर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए की और कहा कि '100 यूनिट बिजली माफ, 200 यूनिट हाफ'। शिवराज सरकार पर जमकर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी राज में महंगाई आसमान पर पहुंच चुकी है। कांग्रेस की सरकार बनने पर सबसे कमजोर वर्ग को सबसे पहले ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाए जाएंगी।
प्रदेश में चल रहा है चौपट राज
मध्यप्रदेश शिवराज सिंह की सरकार पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है और प्रदेश का अन्नदाता खाद बीज और फसलों के उचित मूल्य के लिए भटक रहा है। प्रदेश में चौपट राज चल रहा है, चौपट रोजगार, चौपट भर्ती व्यवस्था, चौपट शिक्षा व्यवस्था चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था, चौपट नर्सिंग कॉलेज, उद्योग चौपट हैं। उन्होंने पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र पर गर्व बताते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में पीथमपुर को बनाया था, लेकिन आज पीथमपुर की हालत देखकर बेहद दुख होता है। बीजेपी सरकार ने गलत नीतियों से औद्योगिक क्षेत्रों का सत्यानाश किया हुआ है।
स्थानीय उम्मीदवार की उठ रही मांग
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश से मांग उठ रही है इस बार विधानसभा चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार दिया जाए। जिससे मैं काफी हद तक सहमत भी हूं, हमारा स्थानीय संगठन इसमें अहम भूमिका निभाएगा। धर्म को राजनीतिक मुद्दे को लेकर कमलनाथ ने कहा कि धर्म हमारी आस्था का विषय है और हम धर्म का राजनीतिक दुरुपयोग नहीं करते। मैं स्वयं पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में इंदौर गया था, बागेश्वर महाराज से मिलने छतरपुर गया। परंतु वह हमारे लिए राजनीतिक विषय नहीं हैं। धर्म को स्वार्थ के लिए राजनीतिक मंच पर लाने का कार्य बीजेपी करती है।