BHOPAL. होली का त्योहार यानी रंगों की मस्ती और धमाल। बुरा ना मानो होली है कहकर सभी लोग एक-दूसरे को रंगों से सराबोर कर देते हैं। होली के मौके पर टाइटल देने की पुरानी परंपरा है। टाइटल ऐसे कि उनमें कटाक्ष भी हो और इस बात का किसी को बुरा भी ना लगे। इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए द सूत्र ने भी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों से चुनिंदा नेताओं पर टाइटल मंगवाए। द सूत्र की इस मुहिम को बेहतर प्रतिसाद मिला और लोगों ने बढ़-चढ़कर अपनी क्रिएटिविटी दिखाई है। लोगों ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर टाइटल देने को कहा था। वहीं छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम रमन सिंह, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और अफसरों पर लोगों ने टाइटल दिए हैं।
वहीं होली के इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार जयराम शुक्ल ने राजनैतिक हस्तियों को ध्यान में रखते हुए एक कविता भी लिखी..
जोगीरा.. सारा रारा रा
आज गए बस अभी गए जलकुकड़े करते टर्र,
सिर पर जब तक मुकुटमणि है फिर काहे का डर।
खुल्ला खेल फरुख्खाबादी जो भी आए जी
बहन भान्जों के बलबूते पट गए जीजा जी।
जोगीरा सारा रारा रा..।
श्रीमंत महाराज बन गए अन्त्योदय के चेले,
राजा दिग्गी छुट्टा होकर खुलके किला में खेलें।
कभी पवैया पांसा फेंके, छेंके दर केपी,
कंगूरे से मजा ले रई ओरिजनल बीजेपी।
जोगीरा सारा रारा रा..।
भाई ने तो बना के धर लई बच्चा-जच्चा दल,
क्यों? बूढ़े डांगर जन से फिर चाहें खुद संबल!
घर बैठे जो कोस रहे हैं पानी पी पी पी
जाओ..! और चढ़ाकर कर लाओ एबीभीपी पी।
जोगीरा सारा रारा रा..।
तीन साल से होमग्रास दे पंडिज्जी थक आए,
और शामला हिल का सपना दतिया में धर आए।
अगड़म बगड़म बोल के कब तक चर्चाओं में जी
साहेब की फटकार मिली तो मुंह को कर लिया सी..
जोगीरा सारा रारा रा...।
अधरम-मधुरम से साधे हैं दिल्ली का ब्रह्मांड
रयसीना हिल बांच रहे हैं तोमर सुंदरकांड।
किला जिला से ऊपर जब तक है उनकी मर्जी
कोई आए जाए अपना क्या जाता है जी..!
जोगीरा सारा रारा रा..।
कमलासन में बैठ नाथ जी देखें दिन में सपना
छिन में सीएम की कुर्सी है छिन में एमपी अपना।
सिर्फ प्रबंधन सत्ता सीढ़ी बांकी बातें थोथी
राजनीति के ग्रंथ को माने हैं बनिया की पोथी..।
जोगीरा सारा रारा रा..