BHOPAL. राजधानी में खिलाड़ियों के सम्मान समारोह का एक फोटो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इस फोटो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी विधायक शैलेंद्र जैन के साथ खिलाड़ियों को सम्मानित कर रहे हैं। मंच के बैकड्रॉप पर नरसिंहपुर कोर्ट से फरार वारंटी मणिनागेंद्र सिंह पटेल (मोनू) का फोटो लगा था, जिनके बारे में सूचना देने पर नरसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक ने एक हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। मोनू नरसिंहपुर से बीजेपी विधायक जालमसिंह पटेल के पुत्र और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद के भतीजे हैं। वे विशेष न्यायाधीश नरसिंहपुर की कोर्ट में चल रहे मारपीट, एससी-एसटी एक्ट के मामले में एक वर्ष से फरार हैं।
गोटेगांव के थाने में 2016 में दर्ज हुआ था मामला
जिस मामले में विधायक के पुत्र मणिनागेंद्र सिंह पटेल फरार चल रहे हैं, ये मामला उन पर 2016 में गोटेगांव थाने में दर्ज किया गया था। प्रकरण क्रमांक 156/16 के तहत फरार आरोपी और उसके साथियों के द्वारा गैरकानूनी तरीके से जमावड़ा करके दलित के साथ मारपीट की गई थी। पुलिस ने शिकायत पर धारा 451, 323, 147, 149, एससी एसटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। फरवरी 2022 में विशेष न्यायाधीश की अदालत से वारंट जारी किया गया था। तब से आरोपी फरार है।
सार्वजनिक नहीं हुआ फरार वारंटियों का पत्र
14 फरवरी 2023 को स्थाई वारंटियों की सूचना का पत्र कार्यालय पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर की ओर से जारी हुआ था। यह पत्र पुलिस मुख्यालय के एडीजी, आईजी जबलपुर, डीआईजी छिंदवाड़ा समेत अन्य अधिकारियों और जनसंपर्क नरसिंहपुर को भी भेजा गया था, जिससे यह सूचना सार्वजनिक हो सके। फिलहाल इस सूचना को सार्वजनिक नहीं किया है, जो कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न है। पत्र में आरोपियों के ऊपर घोषित की गई इनाम की राशि का भी जिक्र किया गया है।
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मोनू के करीबी को फरार घोषित होने के बावजूद मिली है पुलिस सुरक्षा
एक और आरोपी अर्जुन पिता नेक नारायण सिंह पटेल जिसे पुलिस ने फरार घोषित किया है। अुर्जन का न्यायालय की तरफ से स्थाई वारंट जारी हुआ था। वह मोनू पटेल का करीबी बताया जाता है। स्थाई वारंट जारी होने के बावजूद अर्जुन को एक मामले में पुलिस की सुरक्षा मिली है। सवाल यह है कि जब पुलिस की सुरक्षा उसे मिली है तो वह फरार कैसे घोषित हो सकता है। अर्जुन पर भी पुलिस ने 1000 का इनाम घोषित कर रखा है।