indore. साइकिल पर खाने की डिलीवरी देने वाले युवक को जब विजय नगर पुलिस का फोन पहुंचा कि थाने आ जाओ कुछ काम है, तो वो बुरी तरह डर गया। जब थाने पहुंचा तो न केवल चौंक
गया बल्कि भावुक भी हो गया।
ये कहानी है जोमेटो डिलीवीर बॉय जय हल्दे (18 साल) की। कुछ दिन पहले जय देर रात साइकिल पर डिलीवरी करने जा रहा था, तभी विजय थाना टीआई तहजीब काजी गश्त पर थे। उन्होंने उसे रोक लिया। लड़के को डिलीवरी करने की जल्दी थी, उसने टीआई से जाने का निवेदन किया। तब तो श्री काजी ने उसे जाने दिया लेकिन बच्चे की मेहनत और मजबूरी देखकर उनका दिल पसीज गया। उन्होंने उसी पल ठान लिया कि इस बच्चे की परेशानी दूर करेंगे। उन्होंने उसे बाइक दिलाने की मंशा अपने साथियों से शेयर की तो सभी ने न केवल एक सुर में हां कहा, बल्कि अपना एक दिन का वेतन देने को भी राजी हो गए। सभी ने कुल 32 हजार रुपए इकट्ठा किए और उसे बाइक दिला दी।
पहले डरा, थाने जाकर खुश हो गया
रविवार को उसके पास थाने से फोन गया तो वो काफी डर गया। उसने मां को यह बात बताई तो मां ने कहा जब कुछ गलत नहीं किया है तो जाने में क्या डर। थाने पहुंचा तो साइकिल भी बाहर ही खड़ी कर दी । वो जैसे ही थाने घुसा, सामने टीआई तहजीब काजी थे। बच्चे को देखते ही वो बोले, तुम्हें नई बाइक दिला देते हैं। किस्त जमा कर पाओगे। लड़के ने तुरंत हां कर दी। उसके बाद स्टॉफ ने 32 हजार का पेमेंट कर उसे बाइक भेंट कर दी।
आय बढ़ गई
जय पहले साइकिल पर डिलीवरी देता था तो ज्यादा जगह पहुंच नहीं पाता था, लेकिन बाइक मिलने के बाद अब डिलीवरी देने की उसकी रफ्तार तेज हो गई है। उसकी आय में भी इजाफा हो गया है। जिस दिन उसे बाइक मिली थाने से ही सीधे डिलीवरी करने निकल गया। दिन भऱ काम करने के बाद रात को वो श्री काजी के पास पहुंचा और उन्हें खुश होकर बताया कि बाइक मिलने के बाद उसकी आय बढ़ गई है। आज ही उसने एक हजार रुपए कमाए। इससे पहले वो बमुश्किल 300-400 रुपए कमाता था। वो दसवीं तक पढ़ा है। आर्थिक हालत ठीक नहीं होने से आगे पढ़ नहीं पाया।