देव श्रीमाली, GWALIOR. यह चुनावी साल है और सबकी निगाह वोटर्स पर लगी है । दलितों की नाराजी और उनके कांग्रेस की तरफ लौटने से 2018 में प्रदेश में अपनी मजबूत सरकार गिरा चुकी बीजेपी इस बार ग्वालियर-चंबल में दलितों का वोट कांग्रेस से दूर करने की हर कोशिश कर रही है। वह एक तरफ जहां 16 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती पर ग्वालियर-चंबल अंचल में दलित वोटों को साधने के लिए सरकार एक महाकुंभ आयोजित कर रही है। जिसमें एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटाने का दावा है। वहीं इससे पहले ही दलितों का मसीहा दर्शाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। यह जंग बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल द्वारा किए गए एक वीडियो ट्वीट के बाद शुरू हुई। इसमें पूर्व सीएम कमलनाथ पर बाबा साहेब का अपमान करने का आरोप लगाया है। वीडियो वायरल होने के बाद अब कांग्रेस भी मैदान में आ गई है और दावा कर रही है कि बीजेपी पुराने वीडियो को ट्वीट कर अपना ओछापन जाहिर कर रही है और वह इस मामले पर कार्रवाई करने जा रही है।
यह है विवाद की जड़
इस विवाद की शुरुआत बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल द्वारा अपने ट्वीटर हैंडल पर कमलनाथ के एक वीडियो के ट्वीट से हुई। उन्होंने अपने टि्वटर अकाउंट पर कमलनाथ का एक वीडियो शेयर किया है जिस पर कैप्शन में लिखा है कि... बाबा साहेब का इतना अपमान क्यों? कमलनाथ जी बाबा साहेब के चित्र को स्वीकारते हुए, चलो निकलो कह कर भगाया समाज के लोगों को, यही है कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा, माफी मांगी है कमलनाथ जी। इसके साथ ही बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा है कि पूरा देश जानता है कि कमलनाथ जी अंबेडकर विरोधी दलित विरोधी हैं। इसलिए उन्होंने देश के महानायक बाबा साहेब के चित्र को लेने से इनकार कर दिया।
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क्या है इस वीडियो में
इस वीडियो में पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं और कमलनाथ के बगल में एक व्यक्ति बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की किताब को लेकर खड़ा हुआ है। इसके साथ ही कमलनाथ के की बगल से खड़ा हुआ व्यक्ति उनके हाथ में एक किताब देकर कहता है कि 16 तारीख को जो कार्यक्रम है वह ऐतिहासिक होगा। थोड़ी सी इस पर नजर डालिए। इसके बाद कमलनाथ कहते हैं कि मैं नजर डालूंगा। इस पर इसे मेरे कागजों में रखो। इसी बीच पास खड़ा दूसरा व्यक्ति कमलनाथ को अंबेडकर की तस्वीर देने के लिए हाथ बढ़ाता है, लेकिन कमलनाथ उसकी तरफ ध्यान नहीं देते हैं। बताया जा रहा है यह वायरल वीडियो नगरीय निकाय चुनाव के दौरान का है।
कांग्रेस भी मैदान में उतरी
उधर, बीजेपी के राज्य प्रवक्ता आशीष अग्रवाल द्वारा कमलनाथ का वीडियो ट्वीट करने के तत्काल बाद इस जंग में कांग्रेस भी कूद पड़ी। इस मामले पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग ही छिड़ गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह बहुत पुराना वीडियो है और इसमें अपमान जैसा कुछ भी नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि पुरानी वीडियो को आधार बनाकर बीजेपी हमेशा की तरह झूठी अफवाह फैलाकर और हमारे नेता को बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है। जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। हम हर स्तर पर इसका पर्दाफाश करेंगे और कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। वही बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा है कि कांग्रेस के खून में बाबा साहंब भीमराव अंबेडकर का सिद्धांत और उनके बताए मार्ग पर चलने का अनुशरण करती है। इस मामले को कांग्रेस पार्टी संज्ञान में लेकर कार्रवाई कराएगी।