इन्द्रपाल सिंह, ITARSI. इटारसी की फिजा में जहर घोलने वाले रेलवे मालगोदाम को लेकर आम जनता लगातार शिकायत कर रही है। इसी को लेकर सोमवार को सुबह 11 बजे इटारसी रेलवे मालगोदाम में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम पहुंची। टीम के साथ एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी भी पहुंचे। कलेक्टर नीरज सिंह ने जिलास्तर पर एक जांच टीम बनाई है जिसमें एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी जांच टीम में मुख्य है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड अधिकारी और एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी ने मालगोदाम के साथ ही प्लेटफार्म का भी निरीक्षण किया।
एनजीटी को भेजी जायेगी रिपोर्ट
मालगोदाम पर ट्रकों के टायरों से उड़ने वाली धूल, कंडम ट्रकों से निकलने वाला डीजल का धुआं और सीमेंट से लोगों के स्वास्थ्य पर क्या असर हो रहा है उसकी जांच टीम द्वारा की जा रही है। प्रदूषण कंट्रोल टीम द्वारा मालगोदाम के पास मशीनें लगाई है जिससे पता लगाया जाये कि धूल मिट्टी एवं सीमेंट से कितना नुकसान लोगों के स्वस्थ्य पर हो रहा है। आगे प्रदूषण को और बढ़ने से किस तरह रोका जा सकता है। पूरी जांच होने के बाद प्रदूषण कंट्रोल टीम द्वारा रिपोर्ट बनाकर एनजीटी को भेजी जायेगी। बता दे कि न केवल प्रदूषण बल्कि मालगोदाम के कारण ट्रकों से एक्सीडेंट के भी कई मामले यहां घटित हो चुकी है। कई वर्षों से मालगोदाम को शिफ्ट करने की कवायदे चल रही है लेकिन पता नही कब ये अमल में लाया जाएगा।
द सूत्र ने भी उठाया था मुद्दा
सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए द सूत्र ने भी आगे आते हुए इसका समाधान करने की मांग की। इटारसी में सालों से सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की गाइडलाइन को दरकिनार कर रेलवे इटारसी जंक्शन से सटाकर माल गोदाम संचालित कर रहा है। यहां सीमेंट और फर्टीलाइजर की लोडिंग अनलोडिंग होने से भूमि, जल और वायु प्रदूषित हो रही है। जिससे यहां रहने वाले आसपास के करीब 25 हजार से ज्यादा की आबादी के स्वास्थ से सालों से खिलवाड़ हो रहा था। द सूत्र ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पूरे मामले की पड़ताल की और भूमि, जल और वायु प्रदूषण को नापकर पूरे मामले को एक्सपोज किया। साथ ही द सूत्र ने अपनी सामाजिक सरोकार की जिम्मेदारी निभाते हुए पूरे मामले का लगातार फालोअप किया।