BHOPAL. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 25 मार्च को छिंदवाड़ा आ रहे हैं। शाह के प्रवास को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छिंदवाड़ा प्रभारी मंत्री कमल पटेल छिंदवाड़ा रवाना हो गए हैं। ये छिंदवाड़ा गेस्ट हाउस में रुककर शाह के कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारियों का जायजा लेंगे और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। यहां भव्य कार्यक्रम कर बीजेपी विधानसभा का चुनावी शंखनाद छिंदवाड़ा से करेगी। बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सिर्फ 7 महीने शेष रह गए हैं।
शाह के दौरे को लेकर कांग्रेस है चिंतित
बीजेपी का इस चुनाव में आदिवासी वोट बैंक को साधने पर फोकस रहेगा। शाह के दौरे में भी केंद्र पर आदिवासी वोटर्स ही रहेंगे। अमित शाह हर्रई विकासखंड के आंचल कुंड धाम पहुंच सकते हैं। आदिवासियों के गढ़ में इस दौरे को लेकर कांग्रेस संगठन में थोड़ी चिंता देखी जा रही है।
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1980 में 34 साल की उम्र में छिंदवाड़ा से पहली बार चुनाव जीते थे कमलनाथ
कमलनाथ 9 बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं। वह साल 1980 में 34 साल की उम्र में छिंदवाड़ा से पहली बार चुनाव जीते। कमलनाथ 1985, 1989, 1991 में लगातार चुनाव जीते। 1991 से 1995 तक उन्होंने नरसिम्हा राव सरकार में पर्यावरण मंत्रालय संभाला। वहीं 1995 से 1996 तक वे कपड़ा मंत्री रहे।
- 1998 और 1999 के चुनाव में भी कमलनाथ को जीत मिली। लगातार जीत हासिल करने से कमलनाथ का कांग्रेस में कद बढ़ता गया और 2001 में उन्हें महासचिव बनाया गया। वह 2004 तक पार्टी के महासचिव रहे।
2018 में मप्र के सीएम बने थे कमलनाथ
कमलनाथ ने 2018 में मध्यप्रदेश के सीएम के पद पर शपथ ली थी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रदेश में कांग्रेस का 15 साल पुराना वनवास खत्म कर दिया था। इस चुनाव में कांग्रेस की सीटें 58 से 114 जबकि भाजपा 165 से लुढ़ककर 109 पर आ गई थी।
2019 में उपचुनाव जीतकर बने थे विधानसभा के सदस्य
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव 2019 में विजयी हुए थे। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कमलनाथ पहली दफा विधानसभा के सदस्य बने थे। कमलनाथ को छिंदवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव में कुल 1,14,459 मत हासिल हुए थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के उम्मीदवार विवेक बंटी साहू को 88,622 मत प्राप्त हुए। गौरतलब है कि नवंबर 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ को नियमानुसार छह माह के अंदर मध्यप्रदेश विधानसभा का सदस्य बनना अनिवार्य था।
पिता की विरासत आगे बढ़ा रहे नकुलनाथ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र नकुलनाथ अपने पिता की परंपरागत संसदीय सीट छिंदवाड़ा से 2019 में चुनाव लड़ा था। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी नथन शाह को 37 हजार मतों से हराया था।