INDORE. मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित होने वाले 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 8 और 9 जनवरी को सबसे ज्यादा खाड़ी देशों से भागेदारी होगी। सिर्फ यूएई से ही 715 प्रवासी भारतीयों ने सम्मेलन में शामिल होने के लिए विदेश मंत्रालय के समक्ष अपना पंजीकरण कराया है। इस बीच सम्मेलन में शामिल होने के लिए सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी सात जनवरी को शाम करीब 7.40 बजे इंदौर आएंगे। वे एयरपोर्ट से सीधे होटल रेडिसन पहुंचेंगे। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान उनकी अगवानी के लिए एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारी सूरीनाम के राष्ट्रपति को विशेष प्रोटोकाल के तहत होटल ले जाएंगे।
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली 8 जनवरी को आएंगे
दूसरी तरफ गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली आठ जनवरी को सुबह करीब 11 बजे इंदौर एयरपोर्ट उतरेंगे। उन्हें होटल पार्क में ठहराया जाएगा। इस तय कार्यक्रम में कुछ बदलाव भी हो सकता है। इन राष्ट्राध्यक्षों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदि की सुरक्षा के लिए 15 बुलेटप्रूफ कारें इंदौर लाई गई हैं। शहर मेंं आने वाले अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों, राष्ट्राध्यक्षों, राजनयिकों और विशेष मेहमानों की सुरक्षा के लिए लगभग 10 हजार पुलिस बल व सुरक्षा कर्मचारियों की व्यवस्था की गई है।
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ब्रांडिंग से लेकर पब्लिक बॉन्डिंग तक इंदौर पूरी तरह से तैयार
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए ब्रांडिंग से लेकर पब्लिक बॉन्डिंग तक इंदौर पूरी तरह से तैयार है। अब मेहमानों का इंतजार हो रहा है। शहर को कोने-कोने तक सजाया गया है। सुरक्षा के लिए 24 घंटे पुलिस अफसरों की तैनाती की गई है। एम्बुलेंस रिजर्व रखी गई हैं। 17 साल से चले आ रहे सम्मेलन के लिए केरल और यूपी के बाद मध्यप्रदेश ऐसा पहला प्रदेश होगा, जहां प्रदेश की राजधानी के बजाय किसी और शहर को चुना गया है।
सफाई और सुंदरता में दिल्ली से विपरीत है इंदौर की तस्वीर
17 साल में सात बार प्रवासी सम्मेलन की मेजबानी कर चुका शहर नई दिल्ली आज भी कूड़े-करकट और उसके पहाड़ से जूझ रहा है, लेकिन इंदौर इसके विपरीत है। कार्यक्रम की तैयारी के लिए सड़कें दिन-रात साफ की जा रही हैं। ऑइल पेंट से डिवाइडर्स को रंग दिया गया है। इन्हें बार-बार पोंछकर कार्यक्रम के पहले धोया भी जाएगा। किनारों की धूल खत्म करने के लिए पैबर्स ब्लॉक रंगे जा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के काउंसलर जानेंगे कैसे कचरे से कमाई करता है इंदौर
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान ऑस्ट्रेलिया के काउंसलर जान डिराइड और उनकी टीम के साथ लंदन (इंग्लैंड) के अधिकारियों की टीम सबसे ज्यादा जानने की इच्छुक है कि इंदौर कचरे से कमाई किस तरह कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी अभी तक दो तरह से कचरा प्रथक्करण होता है। वहीं, इंदौर में छह तरह का कचरा न सिर्फ अलग-अलग किया जा रहा है, बल्कि घरों से भी अलग-अलग ही इकट्ठा किया जा रहा है। विदेशी प्रतिनिधि और अधिकारी यह भी देखेंगे कि गीले और सूखे कचरे से कमाई का मॉडल क्या है। किस तरह गीले कचरे से सीएनजी और सूखे कचरे व मलबे से ईंट-पेवर बनाए जा रहे हैं।