/sootr/media/post_banners/9ac14ff97157ba044bf74b45227c50129702bcfe75851def3bff741a23aeba92.jpeg)
BHOPAL. प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने 01 मार्च, बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक पत्रकार वार्ता की। उन्होंने यहां बीजेपी के ई-बजट पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन चीन की वस्तुओं के बहिष्कार का आहृवान बीजेपी व उसके सहयोगी संगठन ने कई मौकों पर किया है, जिस चीन को लाल आंखें दिखाने की बात करते हुए बीजेपी सरकार में आई तथा जिस चीन की ऐप्स पर केंद्र सरकार प्रतिबंध लगा चुकी हैं। उस चीन में बने आईपेड विधानसभा में विधायकों को ई-बजट के बहाने बांटकर मप्र सरकार मेक इन इंडिया के नारे को ‘चरित्रार्थ’ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। एक तरफ जहां यह बजट युवा, महिला, दलित, आदिवासी, गरीब, मध्यमवर्गीय विरोधी है। वहीं सदन में इस बजट में चीन के बने आईपेड बांटकर आत्मनिर्भर मप्र एवं आत्मनिर्भर भारत के नारे की सच्चाई भी सामने रखी है। भारत में टेबलेट बनाने वाली कंपनियों को आइना दिखाने का काम भी मप्र की बीजेपी सरकार ने किया है।
मप्र की सरकार चीन का व्यापार बढ़ाने आतुर है, ऐसा क्यों?
क्या मुख्यमंत्री जो निवेश यात्रा बताकर पूर्व में चीन के खर्चे पर चीन गए थे, क्या चीन निर्मित यह टेबलेट प्रदेश के व्यापार को बौना कर चीन के व्यापार/ निवेश को प्रोत्साहित करने का प्रयास है? एक तरफ चीन भारत की सीमाओं पर घुसपैठ कर हमारे वीर सैनिकों के साथ हाथापाई कर उन्हें जख्मी कर रहा है। वहीं केंद्र सरकार उन खबरों को सार्वजनिक करने में परहेज करती है और मप्र की बीजेपी सरकार चीन का व्यापार बढ़ाने के लिए आतुर है, ऐसा क्यों?
ये भी पढ़ें...
क्या सीएम दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करेंगे?
प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चौहान से कांग्रेस मांग करती है कि इस विषयक वे अपना अभिमत सार्वजनिक करें। इन निर्णय (टेबलेट वितरण) में जो कुछ हुआ है, वह उनकी जानकारी में था या नहीं? यदि था तो क्या वे प्रदेश की जनता से माफी मांगेगे? यदि नहीं तो क्या वे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेंगे? मप्र सरकार इस टेबलेट को बांटने के जिम्मेदार बीजेपी नेताओं के ऊपर कार्यवाही कब तक करेगी। मप्र सरकार व केंद्र की बीजेपी सरकार देश के लोगों को चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के नाम पर भ्रमित करने के लिए कब माफी मांगेगी, यह प्रश्न इस प्रेस वार्ता के माध्यम से कांग्रेस पार्टी पूछना चाहती है। क्या यह किसी षड्यंत्र का हिस्सा है या स्वदेशी जागरण के नाम पर देश-प्रदेश की जनता को धोखा देने का उपक्रम।