देव श्रीमाली, GWALIOR. निष्कासन खत्म कर फिर से बीजेपी में वापसी की अटकलों के बीच पिछड़े वर्ग के नेता प्रीतम लोधी ने एक बार फिर बागेश्वर धाम से जुड़े कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने शास्त्री को व्यापारी और जादूगर बताते हुए कहा कि वे भीड़ जुटाने का साधन हैं उनके पास चमत्कार जैसा कुछ नहीं है। आपको बता दें कि 3 मार्च को शिवपुरी में आयोजित सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा में लोधी बीजेपी में फिर से शामिल होंगे ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन राष्ट्रपति के भोपाल दौरे के चलते फिलहाल यह आयोजन स्थगित हो गया है।
ब्राह्मणों पर टिप्पणी के बाद लोधी का शास्त्री से शुरू हुआ विवाद
बीजेपी के टिकट पर पिछोर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके उमा भारती के खास माने जाने वाले ग्वालियर निवासी प्रीतम कुछ महीनों पहले तब चर्चा में आए थे जब शिवपुरी जिले में रानी अवन्ति बाई की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में दिया गया उनके भाषण का वीडियो वायरल हो गया था। इसमें वे लोगों से कथावाचकों से सावधान रहने के लिए आगाह करते नजर आ रहे थे। इसमें बोले गए शब्द ब्राह्मणों को नागवार गुजरे थे और उनमें गुस्सा भड़क उठा था। इस गुस्से में उबाल तब आ गया जब कथावाचक शास्त्री ने अपने प्रवचनों में लोधी पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें मसल देने तक की बात तक कही। इसके बाद प्रीतम और शास्त्री के बीच जमकर बयानबाजी हुई। ब्राह्मणों के विरोध के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें नोटिस दिया तो लोधी ने उनसे मिलकर माफीनामा भी दिया लेकिन शर्मा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया।
प्रीतम रैलियां कर बीजेपी को देते रहे चुनौती
इसके बाद भी प्रीतम डरे नहीं बल्कि उन्होंने बीजेपी के खिलाफ लगातार अपना शक्ति प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने प्रदेश भर में ओबीसी संगठनों के साथ मिलकर बड़ी बड़ी रैलियां की। अनेक थानों में बगैर इजाजत रैली करने ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक बोलने को लेकर प्रीतम के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुईं लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने की हिम्मत नहीं कर सकी।
उमा भारती खुलकर आई
प्रीतम के बीजेपी से निष्कासन के बाद पूर्व सीएम उमा भारती खुलकर उनके समर्थन में आ गई, और उन्होंने पहले तो संकेतों के जरिए उनके प्रति समर्थन प्रकट किया लेकिन बाद में वे उनके जलालपुर वाले घर पर ही पहुंच गई और उन्होंने समर्थन भी दिया और आशीर्वाद भी दिया। यहां उमा भारती ने कहा कि जब जयंत मलैया के बेटे के निष्कासन के बाद सीएम सहित उनके घर आयोजन में जा सकते हैं तो अगर मै प्रीतम से मिलने नहीं आती तो यह अन्याय होता।
लोधी वोट की नाराजी से डरी हुई है बीजेपी
पार्टी के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोलने के बावजूद सरकार और बीजेपी लोधी के मामले में रक्षात्मक ही रही । बाद में सीएम शिवराज सिंह से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया तक ने उनसे मुलाकात कर बातचीत की और 3 मार्च को पिछोर में एक सभा आयोजित कर उसमे प्रीतम की बीजेपी में बहाली की बात तय हुई थी हालांकि अभी यह आयोजन कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है। क्योंकि उस दिन राष्ट्रपति का भोपाल दौरा तय हो गया है, लेकिन यह जल्द ही होगा। लग रहा था कि अब प्रीतम बागेश्वर धाम के शास्त्री को लेकर खामोश रहेंगे क्योंकि चर्चा है कि बीजेपी आगामी चुनावों में शास्त्री को हिंदुत्व के चेहरे के रूप में उपयोग करना चाहती है। लेकिन बीजेपी में लौटने से पहले ही उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मोर्चा खोलकर सबको चौंका दिया।
शास्त्री जैसे लोग केवल भीड़ जुटाने के लिए लांच किए गए
प्रीतम लोधी ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कहा कि ऐसे लोग सिर्फ भीड़ जुटाने के लिए लॉन्च किए गए हैं। इन पर कोई चमत्कार नही है। जो पैसा देता है, उसके हो जाते हैं शास्त्री। लोधी से जब पूछा कि क्या धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बीजेपी का प्रचार करेंगे तो उन्होंने कहा कि वे तो पैसे के लिए काम करते हैं जो पैसे देगा उसके साथ चले जायेंगे फिर चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस। उन्होंने कहा कि हाल ही में कमलनाथ उनके पास होकर आए हैं। ये तो व्यापारी है जो धंधा देता है उसके साथ जाते है।
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शास्त्री सिर्फ पैसे वालो के यहां कथा करने जाते हैं
उन्होंने कहा कि शास्त्री कथा के जरिए व्यापार करते है। वे आज तक जिनके यहां कथा करने गए वे सब बड़े और धनवान लोग रहे है वे किसी गरीब के यहां कथा करने जाएं तो मैं मान जाऊंगा। वे उनके यहां जाते है जो दस लाख दे ,पगड़ी के पचास लाख दे। गरीब के पास पैसे कहा रखें हैं। मै उन्हें शास्त्री मान जाऊंगा जब वे किसी गरीब की झोपड़ी में जाकर भागवत कथा कह आएं।
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