अरुण तिवारी, BHOPAL. मध्यप्रदेश की सियासत में भूचाल लाने वाले और लोधी समुदाय के बड़े नेता प्रीतम लोधी कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। इस खबर के पीछे पुख्ता आधार भी है। हालांकि हम अभी ये सूत्रों के हवाले से कह रहे हैं। कल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर-चंबल के दौरे पर जा रहे हैं। कल यानी 5 फरवरी को उनकी मुलाकात प्रीतम लोधी से होने वाली है। इस मुलाकात में प्रीतम के कांग्रेस में शामिल होने के संबंध में चर्चा होगी। सब कुछ ठीक रहा तो प्रीतम कल कमलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं।
दो महीने पहले भी हो चुकी है मुलाकात
इस सियासी कहानी की पटकथा दो महीने पहले लिखी गई थी। प्रीतम लोधी की दो महीने पहले छिंदवाड़ा में कमलनाथ के साथ लंबी बैठक हुई थी। इस बैठक में प्रीतम के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। प्रीतम की कांग्रेस में क्या भूमिका रहेगी, किस तरह से वे काम करेंगे,इन तमाम मुद्दों पर कमलनाथ और प्रीतम लोधी के बीच बात हो चुकी है। रविवार को कमलनाथ ग्वालियर दौरे पर रहेंगे। इस दौरान एक बार फिर उनकी मुलाकात प्रीतम लोधी से होने वाली है।
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लोधी समुदाय का 30-40 सीटों पर असर
प्रदेश में करीब 40 लाख लोधी वोटर हैं। लोधी समुदाय का 30-40 विधानसभा सीटों पर सीधा असर है यानी ये समुदाय निर्णायक भूमिका अदा करता है। प्रीतम लोधी इन दिनों लोधी समाज के नेता की भूमिका में हैं। बीजेपी से निष्कासन से पूरा समाज नाराज है और वो प्रीतम के साथ आ गया है। इसके अलावा प्रीतम लोधी ने पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को भी एक छतरी के नीचे लाने का अभियान शुरु किया है। इसको लेकर उन्होंने अलग-अलग जिलों में कई सम्मेलन किए जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। लोधी समुदाय का ग्वालियर-चंबल के अलावा मालवा और बुंदेलखंड में खासा असर माना जाता है। यदि ये समाज प्रीतम लोधी के साथ जाता है तो बीजेपी को आने वाले चुनाव में बड़ा झटका लग सकता है।
बीजेपी-कांग्रेस से दूरी बनाते रहे हैं प्रीतम
ये खबर इसलिए भी चौंकाने वाली मानी जा रही है क्योंकि बीजेपी से निष्कासन के बाद प्रीतम ने कांग्रेस और बीजेपी में शामिल होने से इनकार किया था। उन्होंने सपा, बसपा,आप, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जैसी छोटी पार्टियों से मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने पहले द सूत्र के साथ बातचीत में कहा था कि वे अगली सरकार का किंग मेकर बनना चाहते हैं। वे 50 सीटों पर चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि अगली सरकार उनके समर्थन के बिना सत्ता में न आ सके। इसलिए अब उनका कांग्रेस में शामिल होने का फैसला सियासी पारे में बड़ा उछाल ला सकता है।
प्रीतम बोले आगे-आगे देखिए होता है क्या
द सूत्र ने जब प्रीतम लोधी से इस संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि आगे-आगे देखिए होता है क्या। हालांकि उन्होंने छिंदवाड़ा में कमलनाथ के साथ मुलाकात को स्वीकार किया। उन्होंने ये भी माना कि रविवार को ग्वालियर में उनकी मुलाकात एक बार फिर कमलनाथ से होने वाली है। हालांकि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के बारे में कुछ भी साफ तौर पर नहीं कहा। वे सिर्फ इतना बोले कि अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।