खंडवा (Khandwa) में 4 अक्टूबर को प्राइवेट स्कूल (Private School) की मनमानी का एक मामला सामने आया है। जहां स्कूल ने फीस (School Fees) नहीं भरने के कारण 150 बच्चों को एक साथ क्लास से बाहर निकाल दिया। यह बात पेरेंट्स को पता चली तो उन्होंने स्कूल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति को संभालने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने पेरेंट्स को धमकी दी। वहीं, पेरेंट्स का आरोप है कोरोना संक्रमण में बच्चों को बाहर कैसे इकठ्ठा कर सकते हैं।
घबराकर पेरेंट्स ने फीस जमा की
जिले के 'अरविंद कुमार नितिन कुमार' स्कूल को 'द निमाड़ एजुकेशन सोसायटी' संचालित करती है। स्कूल में हंगामे के बाद बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य से घवराएं परिजन ने पैसे इकठ्ठा कर फीस जमा की। इसके बाद ही स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को एंट्री दी। अभिभावकों का आरोप है कि संक्रमण के बीच बच्चों को एक साथ एक ही स्थान पर एकजुट करने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ दोपहर तक क्राइसिस एक्ट में केस दर्ज नहीं किया गया।
बच्चों को क्लास से बाहर निकालना गलत
स्कूली शिक्षा के जानकारों के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन को अधिकार है कि वे अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की फीस वसूल सकते हैं, लेकिन इसके लिए वे बच्चों को अपमानित नहीं कर सकते हैं। स्कूल फीस के लिए अभिभावकों को नोटिस दीजिए, कारण पूछिए और कार्रवाई कीजिए। बच्चों को क्लास से बाहर निकालना गलत है।