Indore. चुनाव सामने हैं और इंदौर में महिला कांग्रेस के दो गुट जमकर आमने-सामने हो गए हैं । मुद्दा नई-नई बनाई गई महिला कांग्रेस अध्यक्ष जया तिवारी (Jaya Tiwari) के विरोध का है। महिला कांग्रेस का बड़ा धड़ा इन्हें इस कुर्सी पर नहीं चाहता है। विरोध इंदौर के गांधी भवन से होते हुए भोपाल तक पहुंच गया है।
हाल ही में जया तिवारी को महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। इनके नाम की घोषणा होते ही कांग्रेस की महिला विंग में बवाल हो गया। दरअसल जया तिवारी पूर्व में भाजपा में रही हैं और कुछ महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई थीं, जिन्हें शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल (Vinay Bakliwal) ने सीधे महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनवा दिया। विरोधी महिला विंग का कहना है कि जो बरसों से पार्टी का काम रही हैं उन महिलाओं को दरकिनार कर दूसरी पार्टी से आई महिला को सीधे अध्यक्ष बनाना बर्दाश्त नहीं है। नगर निगम चुनाव सामने हैं ऐसे में कौन नई अध्यक्ष के साथ काम करना चाहेगा। पार्टी में उनकी न तो कोई पहचान है न वे ठीक से सक्रिय ही हो पाईं हैं और सीधे अध्यक्ष बना दिया। कुछ दिन पहले महिलाओं ने इस मामले में गांधी भवन, अहिल्या प्रतिमा पर विरोध भी किया था।
दो महीने पहले भी हुआ था बवाल
दो महीने पहले भी कांग्रेस ने अपनी महिला विंग की घोषणा की थी। तब प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल (Archana Jaiswal) को बनाया था और शहर अध्यक्ष में जया तिवारी के साथ साधना भंडारी को बनाया गया था। भारी विवाद के चलते वो कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी। हाल में दोबारा घोषणा हुई तो केवल जया तिवारी अध्यक्ष बनीं। साधना भंडारी का नाम इस बार नदारद हो गया। इससे भी महिला विंग में भारी गुस्सा है। महिला नेताओं का कहना है कि साधना भंडारी कम से कम दस-बीस साल से पार्टी का काम तो कर रही हैं। उन्हें बनाया था तो किसी को कोई ऐतराज नहीं था लेकिन यहां तो छह-आठ महीने पहले दूसरी पार्टी से आई नेता को सीधे अध्यक्ष बना दिया।
चेतावनी दी है
सूत्रों के मुताबिक विरोधी खेमे ने पार्टी के कर्ताधर्ताओं को चेतावनी दी है कि एक हफ्ते में इस मसले का निराकरण कर दें वरना आंदोलन उग्र होगा। उधर, पार्टीजनों ने महिला विंग को यह प्रस्ताव भी दिया था कि एक कार्यकारी अध्यक्ष भी बना देते हैं लेकिन उसे नकार दिया गया। महिला नेताओं का कहना है कि पुरानी कांग्रेसी किसी को भी बना दो स्वीकार होगा लेकिन अभी जिन्हें बनाया है वो स्वीकार्य नहीं हैं। फिलहाल मामला 'चेतावनी' और 'विचार' के बीच अटका है। जया को पूर्व अध्यक्ष शशि यादव के स्थान पर बनाया गया है।