/sootr/media/post_banners/853af5d2f27009fcacd2924140e9af950e67fc3b4a3252f2b68b8c2d11f4d1c8.jpeg)
देव श्रीमाली, GWALIOR. चंबल नदी से होने वाले अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए प्रदेश के खनिज विभाग के प्रमुख सचिव निकुंज श्रीवास्तव ने आज चंबल नदी में मोटर वोट पर बैठकर चम्बल के उन घाटो का निरीक्षण किया जहां से प्रतिबंध के बावजूद रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि चंबल नदी में मोटर वोट करके मुझे तो नर्मदा से भी अति उत्तमऔर सुंदर चंबल सेन्चुरी लगी।
पर्यटन को बढ़ाना चाहिए
प्रमुख सचिव श्रीवास्तव ने कहा किचंबल राजघाट से आगरा की ज्यादा दूरी नहीं है, जबकि पर्यटन के क्षेत्र में आगरा इसके लिये जाना पहचाना स्थान है। लोग आगरा तक घूमने आ सकते है तो वे अवश्य चंबल नदी में आकर मोटर वोट का आनंद उठा सकते है।
एनजीटी के आदेश से हुई रेत उत्खनन पर सख्ती
उन्होंने कहा कि एनजीटी की सख्ती के बाद जहां राजस्थान और मध्यप्रदेश में अवैध रेत परिवहन और उत्खनन रोकने की पहल शुरू हुई है। प्रमुख सचिव के साथ सभी अधिकारी राजघाट पर पहुंचे। यहां नदी तट पर भानपुर, जैतपुर, पिपरई रेत खदान का मौका मुआयना किया। बोट पर सवार सभी अधिकारी रेल पुल से लेकर जैतपुर के आगे तक नदी में निरीक्षण के लिए गए। यहां से सभी अधिकारियों ने बरवासिन कैंथरी घाट पर भी अवलोकन किया।
यह अफसर भी रहे मौजूद
इस अवसर पर चंबल कमिश्नर दीपक सिंह, चंबल रेन्ज के पुलिस महानिरीक्षक सुशांत सक्सेना, कलेक्टर अंकित अस्थाना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया, जिला खनिज अधिकारी सुखदेव, एसडीओ फोरेस्ट प्रतीक दुबे उपस्थित थे।