Mandla. छतरपुर के बागेश्वर धाम सरकार पं धीरेंद्र शास्त्री का देर रात मंडला आगमन हुआ। शास्त्री पर आस्था रखने वाले सैकड़ों श्रद्धालु उनके आगमन की खबर लगते ही सुबह इकट्ठा हो गए। धीरेंद्र शास्त्री यहां अपने एक गुरू भाई के घर ठहरे थे। सुबह पूजन अर्चन के बाद धीरेंद्र शास्त्री अपने मित्र के घर की बालकनी पर आए और वहां इकट्ठा लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने रामधुन गाकर शास्त्री का स्वागत किया और काफी नारेबाजी भी की।
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पं धीरेंद्र शास्त्री ने हाल ही में बालाघाट में वनवासी रामकथा की थी। इस दौरान वहां लाखों की तादाद में लोगों ने कथा का श्रवण किया, वहीं दिव्य दरबार में भी अनेकों लोगों की अर्जी सुनी गई। इधर मंडला में अनेक जनप्रतिनिधि भी पं धीरेंद्र शास्त्री से मिलने पहुंचे। जिनमें पूर्व राज्यसभा सदस्य संपतिया उईके भी शामिल रहीं। उनके अलावा अनेक स्थानीय नेता शास्त्री से मुलाकात के लिए पहुंचे थे।
लगातार उठा रहे हिंदू राष्ट्र की मांग
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं धीरेंद्र शास्त्री अपने विवादित बयानों और हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर चर्चाओं में बने रहते हैं। पूर्व में उन पर चमत्कार के नाम पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप लगे थे। उस समय उन्होंने मीडिया के सामने पर्चे बनाकर उन लोगों को चुप करा दिया था जो उन पर संदेह कर रहे थे। जिसके बाद से वे लगातार हिंदू राष्ट्र की मांग को उठाते रहे हैं।
बालाघाट में किया गया विरोध
बीते दिनों बालाघाट में आयोजित पं धीरेंद्र शास्त्री की वनवासी रामकथा का काफी विरोध भी हुआ। आदिवासी समाज द्वारा पहले तो कथा के विरोध में अदालतों का रुख किया। वहां से याचिकाएं खारिज होने के बाद लोगों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। दरअसल आदिवासी समाज कथा स्थल के पास बड़ा देव का स्थान होने का हवाला दे रहा था। जबकि धीरेंद्र शास्त्री और कथा के समर्थक इसे धर्मांतरण में लगे मिशनरियों की साजिश करार दे रहे थे।