Jabalpur. जबलपुर में धान खरीदी की तरह ही गेहूं खरीदी में भी 28 हजार से ज्यादा संदिग्ध खसरे पाए गए हैं। सोमवार से जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू हो चुकी है। बीते साल के मुकाबले इस साल पंजीयन कराने वाले किसानों की तादाद में 10 हजार की कमी आई हे। फिलहाल गेहूं की कटाई और गहाई का काम भी मौसम के चलते लेट किया जा रहा है। डीएमओ ने बताया कि गेहूं खरीदी के लिए बारदानों की कमी नहीं है, जिले में बारदानों का पर्याप्त स्टाक है।
धानखरीदी में भी पाए गए थे संदिग्ध खसरे
दरअसल धान खरीदी के समय हर संदिग्ध पंजीयन की सैटेलाइट इमेजिंग कराई गई थी। हालांकि उसमें काफी खामियां भी सामने निकलकर आई थीं। गेहूं खरीदी में भी 28 हजार संदिग्ध पंजीयन पाए गए हैं जिनकी जांच सैटेलाइट इमेजिंग द्वारा की जाएगी। जिला सूचना अधिकारी आशीष दुबे ने बताया कि जिले में सत्यापन का काम पूरा कर लिया गया है। बीते साल की तरह इस साल भी 28 हजार से ज्यादा खसरे संदिग्ध पाए गए, जिनकी जांच मोबाइल एप के जरिए की जानी है। बीते साल भी अनेक संदिग्ध पंजीयन को निरस्त किया गया था।
- यह भी पढ़ें
बता दें कि जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की प्रक्रिया तीन अप्रैल से शुरू हो चुकी है । हालांकि,अभी गेहूं की तुलाई बहुत ही मंद गति से होने की संभावना है। डीएमओ रोहित बघेल के मुताबिक इस साल करीब 53 हजार 590 किसानों द्वारा अपनी फसल को बेचने के लिए पंजीयन कराया गया है, यह पिछले साल की तुलना में करीब 10 हजार कम है। जिले में गेहूं की खरीदी के लिए 80 केंद्र बनाए गए हैं, इनमें से करीब 74 केंद्र स्थापित हो गए हैं। बाकी केंद्रों को जल्द ही स्थापित किया जाएगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के लिए अभी तक जिले में बनाए गए 80 केंद्रों में से 24 केंद्रों में ही स्लॉट बुकिंग कराई गई है। शुरुआत में 90 किसानों द्वारा ही स्लॉट की बुकिंग की गई है। बताया जाता है कि आगामी 10 अप्रैल के बाद स्लॉट बुकिंग के साथ ही फसल की तुलाई में तेजी आने की संभावना है।