कवि छोकर, Sehore. नशे के चलते युवाओं का रुख तेजी से क्राइम की ओर होता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला सीहोर में देखने को मिला है। जहां पर नशे को शौक को पूरा करने के लिए युवक ने अपने ही अपहरण की कहानी रच डाली। इतना ही नहीं परिजनों से पांच लाख की फिरौती भी वसूल ली। हालंकि पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 15 घंटे में इसका खुलासा कर दिया। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने घटना का खुलासा करते हुए कहा कि, धीमान सिंह पिता अधीर देव ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके छोटे भाई का 15 साल का बेटे का अपहरण हो गया है। वह घर से ललिता नगर भोपाल में कोचिंग जाने का कहकर निकला था। थोड़ी देर बाद उसके फोन से किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर किडनैप होने की जानकारी दी। फोन आने के बाद घबराए परिजन पुलिस थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस टीम बनाकर नाबालिग की खोज शुरू की गई।
शौक ने बनाया आरोपी
पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से किडनैपरों की तलाश शुरू की। इसी दौरान किडनेपरों को परिजनों द्वारा पांच लाख रुपए की राशि भिजवा दी गई। फिरौती की रकम मिलने के करीब दो घंटे बाद ही नाबालिग को कजलीखेड़ा बाजार में छोड़ दिया गया। जब नाबालिग से पुलिस ने बात की तो, नाबालिग ने सारी घटना का खुलासा कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि वह हुक्का पीने, नशा करने सहित महंगी चीजों का शौकीन है। उसने बताया कि उसे शौक पूरा करने के लिए घर से पर्याप्त पैसे नहीं मिलते थे। इसलिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर किडनैप होने की योजना बनाई।
सिर्फ चार हजार की खर्च कर पाए
पुलिस ने इस मामले में नाबालिग के आरोपी दोस्त राजेश ठाकुर और उसके साथी सुनील दांगे को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने इनके पास से फिरौती में वसूली गई रकम 5 लाख में से 4 लाख 96 हजार रुपए बरामद कर लिए है।
प्लानिंग दो लाख की मांगे पांच लाख
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि, उसकी योजना दो लाख रुपए की फिरौती वसूलने की थी। इतने ही पैसे की उसे जरुरत थी। लेकिन उसके दोस्तों ने राशि को बढ़ाते हुए पांच लाख रुपए कर दिया।