GWALIOR. मध्य प्रदेश में 3 दिन पहले यानी 5 मई को चर्चा में बने मुरैना हत्याकांड की मास्टरमाइंड या मुख्य आरोपी की मां को पुलिस ने 8 मई को गिरफ्तार कर लिया है। मुरैना जिले के लेपा गांव में हुए नरसंहार की कहानी में इसी महिला का हाथ है। दरअसल पति की मौत का बदला लेने के लिए अपने बेटे को उकसाने वाली मां ने ही यह नरसंहार करवा डाला। जिस दिन हत्याकांड हुआ, उस दिन के वायरल वीडियो जो महिला राइफल लिए युवक को इशारे से बता रही है, वह उसकी मां ही है। पुलिस ने गिरफ्तार की गई महिला पर 10,000 का इनाम घोषित किया था। जिसे तीन गुना बढ़ाकर अब 30 हजार कर दिया था।
6 लोगों की हुई थी मौत
मुरैना में हुए नरसंहार की इस घटना में 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को पुरानी रंजिश के चलते अंजाम दिया गया था। यह महिला ही बेटे को बता रही थी कि किस-किस को गोली मारनी है। पुलिस के मुताबिक अजीत नाम का युवक एक-एक करके लोगों को गोली मार रहा था। अजीत के पास हरी साड़ी पहनकर खड़ी उसकी मां पुष्पा देवी है। जो अपने बेटे को बता रही थी कि अब किसे गोली मारनी है। पुलिस ने इस मामले में कुल 9 आरोपी बनाए थे। इसमें धीर सिंह और रज्जो देवी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
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तीन गुना बढ़ी इनाम की राशि
हत्या के आरोप में मामले में फरार चल रहे अन्य सभी आरोपियों पर मुरैना पुलिस ने 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। एडिशनल एसपी राय सिंह नरवरिया के मुताबिक 10 हजार की इनामी महिला आरोपी पुष्पा देवी को भी गिरफ्तार कर लिया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। बचे हुए सभी आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर 30-30 हजार रुपए कर दी गई है। जल्दी सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एफआईआर में 9 आरोपी बनाए गए थे। विवेचना के दौरान एक आरोपी का और इजाफा हुआ है।
पुरानी रंजिश से जुड़ा मामला
यह पूरा मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा है। दरअसल, साल 2013 में लेपा गांव में रहने वाले धीर सिंह और गजेंद्र सिंह के परिवार के बीच एक स्थान पर कचरा डालने को लेकर विवाद हो गया था। जो कि इतना बढ़ गया कि धीर सिंह के परिवार के सोबरन और वीरभान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
वीरेंद्र ने 18 महीने काटी सजा
गजेंद्र अपने बेटे वीरेंद्र समेत पूरे परिवार के साथ गांव छोड़कर चला गया था और अहमदाबाद में रहने लगा था। पुलिस ने इस मामले के आरोपी वीरेंद्र को गिरफ्तार भी कर लिया था। मामला कोर्ट में चला। वीरेंद्र ने 18 महीने जेल में सजा काटी और फिर रिहा हो गया। गजेंद्र ने धीर सिंह के परिवार से समझौते की पेशकश की। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह भी हो गई। सुलह के बाद गजेंद्र और वीरेंद्र परिवार को साथ लेकर शुक्रवार को गांव पहुंचे थे। तभी धीर सिंह के परिवार के सदस्यों ने गजेंद्र और उनके परिजनों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इस दौरान एक-एक कर गजेंद्र के परिवार के लोगों को गोली मारी गई।