BHOPAL. देश और मध्य प्रदेश में इस समय कोरोना के नए मामलों में गिरावट है। कोरोना को लेकर लोगों में भी अब पहले की तरह खौफ नहीं है, और ना पहले की तरह सतर्कता है। लेकिन अब तो सरकार के स्तर पर भी सतर्कता में कमी सामने आने लगी है। मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए जा रहे कोरोना के हेल्थ बुलेटिन पर कैसे भरोसा किया जाए ? यह सवाल भी उठने लगा है। लेकिन अब कोरोना के हेल्थ बुलेटिन को मजाक बना दिया है। हेल्थ बुलेटिन में कई ऐसी खामियां दिखाई दे रही हैं जो गंभीर लापरवाही दर्शाती है।
हेल्थ बुलेटिन पर फिर उठे सवाल
COVID19 :
नोवल कोरोना वायरस एवं कोविड टीकाकरण
????️ 9 फरवरी 2023
???? शाम 6 बजे तक अद्यतन#JansamparkMP pic.twitter.com/lEsPfUbJbw
— DIRECTORATE OF HEALTH SERVICES, MP (@healthminmp) February 9, 2023
मध्यप्रदेश में हेल्थ बुलेटिन की विश्वसनीयता पर पहले भी कई बार सवाल खड़े हुए हैं। इस बार अब नया विवाद सामने आया है। हेल्थ बुलिटिन में कई गंभीर लापरवाही देखने को मिल रही है। 9 फरवरी के कोरोना बुलेटिन में मध्य प्रदेश में एक भी कोरोना के सक्रिय मरीजनहीं होने की जानकारी बताई गई है। जबकि इसी बुलेटिन के अलग कॉलम में उज्जैन में एक पॉजिटिव मरीज होने की जानकारी साफ दिखाई दे रही है। इसके अलावा सबसे पहले नंबर पर आगर-मालवा जिले का नाम अंकित है, जबकि आखिरी जिले की सूची में भी आगर-मालवा का नाम लिख है। इसके अलावा इसके टोटल में भी गड़बड़ी दिखाई दे रही है। मध्य प्रदेश में जितने मरीजों की अभी तक मौत हुई है, उसका टोटल भी गलत है।
'मध्य प्रदेश में लापरवाही महंगी पड़ती है'
मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावी साल होने की वजह से हर मुद्दा चुनाव से जुड़ रहा है। कांग्रेस ने भी हेल्थ बुलेटिन में सामने आई गड़बड़ी के बाद सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के विधायक मुरली मोरवाल ने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार को गंभीरता दिखानी चाहिए। वहीं कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा "सरकार की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कोरोना को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए, मगर लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा होने की वजह से कांग्रेस चुप भी नहीं रह सकती है।