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संजय गुप्ता, INDORE. मध्यप्रदेश के इंदौर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा चल रही है। राहुल गांधी ने यहां पर सातवीं प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान वह एक राजनेता और कांग्रेस सांसद की जगह फिलॉस्फर की भूमिका में दिखे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने पहले के राहुल गांधी को एक साल पहले छोड़ दिया था, वह अब आपके दिमाग में हैं, और कहीं नहीं। उन्होंने कहा कि मैं बिना कुछ पाने की चाहत के इस यात्रा पर निकला हूं और यह मेरी तपस्या है। भारत जोड़ो यात्रा अब कांग्रेस की यात्रा नहीं रही, हिंदुस्तान की आवाज बन गई है। इस यात्रा के चलते मेरा धैर्य बढ़ा है। पहले मैं एक-दो घंटे में इर्रिटेट हो जाता था। अब आठ घंटे में भी नहीं होता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मेरा सुनने का तरीका बदल गया है, पहले खुद के नजरिए से सुनता था और अब सामने वाले के नजरिए से सुनता हूं। वह पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजनीतिक सवालों को टालते नजर आए। हालांकि उन्होंने पुराने अंदाज में बीजेपी और आरएसएस पर हमला किया।
सरकार गिराने वाले विधायकों पर बोले
एमपी में कांग्रेस सरकार गिरान वाले विधायकों को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि उनके वापस कांग्रेस में आने को लेकर मेरा सोचना है कि यदि वह पैसे में खरीदे गए हैं तो फिर उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए। हालांकि इसका जवाब कांग्रेस के प्रेसिडेंट और प्रदेश की कार्यकारिणी को देना है। उल्लेखनीय है कि एमपी में ही सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी कह चुके हैं कि 20-25 भ्रष्ट विधायकों को खरीदकर हमारी सरकार गिराई गई। उन्होंने कहा था कि आम लोगों की जेब से निकलकर पैसा बीजेपी के पास गया और वहां से विधायकों के पास। इसी पैसे से सरकार गिराई गई।
गहलोत और पायलट दोनों कांग्रेस की संपत्ति
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि इससे भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं होगा और दोनों ही कांग्रेस के असेट्स है।
बीजेपी और आरएसएस को लेकर यह बोले
राहुल गांधी ने बेरोजागरी को लेकर कहा कि इसका कारण है कि हिंदुस्तान का धन तीन-चार लोगों के पास केंद्रित हो रहा है। वह जो चाहें कर सकते हैं, हर इंडस्ट्री में वह एक के बाद एक मोनोपॉली कर रहे हैं। टेलीकाम, रिटेल, इंफ्रास्ट्रक्चर हो या एयरपोर्ट। इसके चलते छोटे, मध्यम बिजनेसमैन खत्म हो रहे हैं। बीजेपी और आरएसएस देश की नहीं सुन रही है। वह रिजिड (कठोर) तरीके से अपनी सोच और विचार पर चल रही है, जबकि देश हिंदुस्तान की सोच से चलना चाहिए, ना कि सरकार की सोच से। यात्रा ने उन्हें कितना बदला, इस पर उन्होंने कहा कि हर जीव बदलता है, हालांकि आरएसएस ऐसा नहीं सोचता है। उन्होंने कहा कि आज कई गैर कांग्रेसी खुद बीजेपी के कई लोग सोचते हैं कि हम जो कह रहे हैं देश में डर, नफरत और हिंसा का माहौल है। संपत्ति कुछ जगह केंद्रित हो रही है, वह सही नहीं है। आज एक आरएसएस का व्यक्ति यात्रा में आया, हमने कहा स्वागत है।
हल्के मूड में भी रहे, जयराम रमेश से करते रहे नोकझोंक
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी काफी हल्के मूड में रहे, कॉन्फ्रेंस को संचालित कर रहे जयराम रमेश के साथ उनका व्यंग्य चलता रहा। रमेश ने बार-बार कहा कि राहुल आप सप्लीमेंट्री सवाल का जवाब मत दो। फिर कहा पांच मिनट और कॉन्फ्रेंस का समय बढ़ा रहे हैं। रमेश बार-बार राहुल गांधी को कॉन्फ्रेंस को लेकर निर्देश देते रहे और राहुल मुस्कराते हुए हां-हां करते नजर आए। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करने पर यह भी कहा कि कोई एक भी सवाल का जवाब नहीं देता है और हम लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। राहुल गांधी ने कहा मैं अब सभी की सुनता हूं।
मेरी इमेज खराब करने के लिए करोड़ों खर्च कर रही बीजेपी
बीजेपी द्वारा किए जा रहे पर्सनल अटैक पर राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी मेरी इमेज खराब करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करती है। यह मेरे लिए नुकसानदायक नहीं फायदेमेंद है। क्योंकि सच्चाई मेरे साथ है। जितना खर्चा मेरी इमेज खराब करने पर करेंगे, उतनी शक्ति मुझे मिलेगी। जब शक्ति से लड़ते हैं तो अटैत होते हैं और इसी से पता चलता है कि आप सही दिशा में जा रहे हो।
जब 25 साल का था, तभी यात्रा के बारे में सोचा था
भारत जोड़ो यात्रा के बार में उन्होंने कहा था कि जब मैं 25-26 साल का था, तभी इस तरह की यात्रा के बारे में सोचा था, फिर एक साल पहले से इसकी प्लानिंग कर रहा था। लेकिन कोविड और अन्य कारण से नहीं कर पाया और अब यह सही समय था करने के लिए।
जनीतिक सवालों को टाल गए
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड, चुनाव अमेठी से लडेंगे या नहीं जैसे कई सवालों को टाल दिया। कहा कि मैं यात्रा पर फोकस करना चाहता हूं और राजनीतिक मुद्दों को उठाकर डायवर्ट नहीं करना चाहता हूं।