Jabalpur. जबलपुर में बिल पास करने के एवज में ठेकेदार से 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते धराए गए सीनियर डीएमई एसके सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीबीआई की टीम ने उन्हें एनकेजे के रेलवे ओवरहालिंग डिपो में पकड़ा था। टीम ने उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जहां से उन्हें 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है। सीबीआई अब सीनियर डीएमई की चल अचल संपत्ति का ब्यौरा जुटाने में जुटी हुई है।
वाराणसी और जबलपुर में दबिश
सीबीआई की टीम ने वाराणसी में एसके सिंह के बंगले पर दबिश दी। यहां रिश्वत की रकम से जुटाई गई शानोशौकत का आंकलन कर अनेक दस्तावेज जुटाए गए हैं। वहीं सीबीआई की टीम ने जबलपुर में उनके बेटे के कोचिंग संस्थान पहुंचकर दस्तावेजों को खंगाला है। माना जा रहा है कि सीनियर डीएमई एसके सिंह पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया जा सकता है। आज रिमांड की अवधि खत्म हो जाएगी, जिसके बाद पुनः उन्हें विशेष न्यायालय में पेश किया जाना है।
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खातों के ट्रांजेक्शन की भी पड़ताल
सीबीआई को एसके सिंह के बैंक खातों में 80 लाख रुपए की रकम मिली थी। अब टीम ने बैंक प्रबंधन को लेटर लिखकर खातों से एक-एक ट्रांजेक्शन का ब्यौरा तलब कर लिया है। अंदेशा है कि अधिकारी ने रिश्वत की रकम सीधे खातों में जमा कराई है। यदि टीम को अनजान लोगों के द्वारा रकम जमा कराए जाने का पता चलता है तो एक-एक शख्स से पूछताछ की जा सकती है।
अस्पताल भी बनवा रहा है अधिकारी
सीबीआई की टीम को पड़ताल में यह पता चला है कि सीनियर डीएमई वाराणसी में एक अस्पताल भी बनवा रहा था। मौके पर वाराणसी गई टीम ने पड़ताल की है। इसके अलावा भी उनकी चल-अचल संपत्ति होने के दस्तावेज बरामद होने का अनुमान है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारी के ठिकानों से बरामद संपत्ति के दस्तावेज कई गुमनाम लोगों के नाम पर हैं। समस्त दस्तावेजों की पड़ताल सीबीआई की टीम द्वारा की जा रही है।