RAISEN. रायसेन की आंगनवाड़ी में भारी लापरवाही देखने को मिली है।यहां आंगनवाड़ी के मिड-डे मील में आलू-टमाटर की सब्जी में मांस का टुकड़ा निकला। बच्चे बिना खाना खाए ही घर चले गए। इसकी जानकारी उन्होंने अभिभावकों को दी । इसको लेकर बच्चों के पेरेंट्स ने विरोध जताया। मामला उजागर होने के बाद एसडीएम ने जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
रायसेन की मढ़ईपुरा आंगनवाड़ी का मामला
रायसेन के वार्ड नंबर 3 स्थित मढ़ईपुरा में आंगनवाड़ी क्रमांक-1 चलती है। यहां 3 जनवरी (मंगलवार) को बच्चों को मिड-डे मील में परोसे जानी वाली आलू-टमाटर की सब्जी परोसी गई। जिसमें बच्चों को मांस का टुकड़ा निकला। इसके बाद बच्चे बिना खाना खाए ही लौट गए। केंद्र में करीब 40 बच्चे हैं। पालकों ने इसका विरोध जताया। साथ की कार्रवाई की मांग की।
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एसडीएम खरे ने की जांच पड़ताल
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम खान ने बताया कि मां भवानी समूह के जरिए भोजन पहुंचाया जाता है। भोजन में मांस का टुकड़ा निकल आया, तो आधे बच्चों को ही भोजन परोसा गया। इस बात से सुपरवाइजर सुनीता रजक को अवगत करा दिया है। एसडीएम एलके खरे ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। पंचनामा बनाकर महिला बाल विकास अधिकारी दीपक संकत को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए।
आंगनवाड़ी केंद्र में टाइम से नहीं पहुंचती कार्यकर्ता, खाना नहीं किया जाता चेक
जय मां भावानी स्व सहायता समूह चलाने वाले अशोक नाविक ने कहा कि हमारा भोजन 3 आंगनवाड़ी केंद्रों में जाता है। वार्ड नंबर 11 और 15 की आंगनवाड़ी क्रमांक1-1 के साथ ही वार्ड नंबर 3 की आंगनवाड़ी में भोजन उपलब्ध कराते आ रहे हैं। बार-बार एक मात्र इसी आंगनवाड़ी केंद्र से शिकायत आती है। हमने पहले भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम खान से भोजन की जांच करके हमारी कॉपी में कमेंट लिखने के लिए कहा, कुछ दिन उन्होंने ऐसा किया, बाद में बंद कर दिया। वे देरी से आंगनवाड़ी पहुंचती हैं। इसलिए कहने के बावजूद भोजन की जांच नहीं करतीं। आरोप हमारे ऊपर लगाए जाते हैं। यही भोजन दो और आंगनवाड़ी में भेजा गया था, वहां से कोई शिकायत नहीं आई।
स्व सहायता समूह को काम से किया जाएगा बेदखल
सब्जी में मांस का टुकड़ा निकलने के मामले को जिला महिला बाल विकास अधिकारी दीपक संकत ने भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि स्व सहायता समूह को काम से बेदखल किया ही जाएगा। इसके अलावा काम में बड़ी लापरवाही मानते हुए सुपरवाइजर सुनीता रजक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम खान और सहायिका सुषमा यादव को भी नोटिस दिए जाएंगे। इनकी जिम्मेदारी है कि आंगनवाड़ी में बंटने वाला भोजन गुणवत्ता वाला हो।
मंगलवार के भोजन में खीर और पूड़ी भेजना तय था
आंगनवाड़ी केंद्र में जो मीनू चार्ट लगा है, उसके अनुसार मंगलवार के भोजन में खीर और पूड़ी भेजा जाना तय रहता है, लेकिन शहर के वार्ड क्रमांक 3 आंगनवाड़ी केंद्र में इसकी जगह सब्जी आई। इसमें भी मांस का टुकड़ा निकल गया।
पहले भी आ चुकी है गड़बड़ी सामने
राजधानी भोपाल से लगे हुए रायसेन जिले से 2 महीने पहले भी गड़बड़ी सामने आई थी। गौहरगंज में मां-बाप से बिछड़े 3 हिंदू बच्चों को मुस्लिम बना दिया गया। तीनों बच्चे भाई-बहन हैं, जो साल 2020 में कोविड के कारण लगे पहले लॉकडाउन के पहले मंडीदीप में अपने माता-पिता से बिछड़ गए थे।