संजय गुप्ता, INDORE. प्रकाश पर्व के अवसर पर 8 नंवबर को पूर्व सीएम कमलनाथ खालसा कॉलेज पहुंचे थे, जिस पर विवाद खड़ा हो गया था। अब इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। 9 नवंबर को जहां बीजेपी से जुड़े कुछ लोगों ने कॉलेज में शुद्धीकरण अभियान चलाया, वहीं गुरुसिंघ सभा के सचिव राजा गांधी ने 13 नवंबर को मीडिया से कहा कि कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी अहंकारी हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर में 1984 में कोई कत्लेआम नहीं हुआ था। कानपुरी जी कई मंचों से कई तरह की बातें करते रहते हैं। इस विवाद के बाद समाज में राजा गांधी को लेकर विरोध होने लगा। इसके बाद उन्होंने 14 नवंबर को वीडियो जारी किया, जिसमें समाज से पूरी घटना के लिए माफी मांगी। उधर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने भी उन्हें इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है।
एक दिन पहले गांधी ने मीडिया से चर्चा में यह कहा
कीर्तनकार मनप्रीत देश और इंदौर के कई स्टेज से कई-कई तरह की बातें कर चुके हैं, ऐसा अहंकार ना चला और ना ही चलेगा। इंदौर में 1984 के दंगों के दौरान कोई कत्लेआम नहीं हुआ है। कमलनाथ कार्यक्रम में आए थे इसलिए मोमेंटो देना फर्ज बनता है। वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। आगे भी आ सकते हैं। हम लोकल है और आगे हमें दस काम पड़ सकते हैं।
अब वीडियो जारी कर खेद जताया
मीडिया से बात करते हुए मेरे द्वारा कुछ गलत शब्दों का उपयोग हो गया है। मैं संगत से माफी मांगता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि संगत माफ करेगी मुझे। वाहेगुरू मुझे सद्बुद्धि देंगे कि समाज की सेवा कर सकूं।
द सूत्र से यह कहा गांधी ने
द सूत्र से बात करते हुए गांधी ने कहा कि मैंने समाज से माफी मांग ली है। ताकि जो कडवाहट आ गई थी, वह खत्म हो सके। इंदौर में भी साल 1984 के समय दंगों में सौ से ज्यादा दुकानें जली थी और छह-सात लोगों की मौत हुई थी।
यह है पूरा विवाद
प्रकाश पर्व के अवसर पर 8 नवंबर को खालसा कॉलेज में पूर्व सीएम कमलनाथ के जाने पर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने मंच से ही जमकर विरोध किया था। समाज को यह कहकर नसीहत दी थी कि शर्म करो, जिसने सिखों का घर बर्बाद किया, जो 1984 का दोषी है, तुम उसके गुणगान गा रहे हो। 1984 में जिस बंदे के कहने पर हजारों सिखों का कत्ल होता है, दुकानें जला दी जाती हैं। हमारी माता-बहनों की इज्जत पर हाथ डाला जाता है। उस बंदे का सम्मान कर रहे। मैं अब कभी इंदौर नहीं आऊंगा। इस दौरान गुरुसिंघ सभा के सचिव राजा गांधी ने मंच से ही कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला की जमकर तारीफ की थी। तब उस समय महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी मौजूद थे। गांधी ने कहा था कि शुक्ला निर्मल हृदय वाले शानदार व्यक्ति है।
राहुल गांधी के रुकने को लेकर भी अब संशय
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी 27-28 नवंबर को इस क़ॉलेज में रात्रि विश्राम करने वाले थे। कांग्रेस द्वारा ऐसा कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया था। लेकिन इसे लेकर कुछ लोगों द्वारा कहा गया है कि उनकी यात्रा का विरोध नहीं है लेकिन कमलनाथ यहां आते हैं तो इसका विरोध होगा। माना जा रहा है कि इसके बाद अन्य जगह पर राहुल का रात्रि विश्राम होगा।