राजगढ़. यहां सोमवार, 25 अक्टूबर को जहां एक ओर 1 दिन की बच्ची को झाड़ियों में फेंककर मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आई है। वहीं, दूसरी ओर एक महिला पुलिस अफसर ने मनावता की मिसाल कायम करते हुए उस बच्ची को बचाकर अस्पताल पहुंचाया। यहां नालाझिरी गांव में एक दिन की बच्ची को किसी ने झाड़ियों के बीच फेंक दिया। बच्ची के शरीर में कई कांटे चुभे हुए थे। बच्ची की रोने की आवाज सुनकर जब लोग वहां पहुंचे तो वे हैरान रह गए। पुलिस ने बच्ची के शरीर से कांटे निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत ठीक बताई जा रही है।
पुलिस ने सूचना मिलते ही लिया एक्शन
मामला राजगढ़ के सुठालिया थाने का है। थाना अध्यक्ष रामकुमार रघुवंशी ने बताया कि 11 बजे उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा- कोई व्यक्ति नालाझिरी गांव में झाड़ियों में बच्ची को फेंक गया है। बच्ची कांटों के बीच पड़ी हुई है। सूचना मिलते ही रघुवंशी ने एसआई (SI) अरुंधति, महिला कॉन्स्टेबल (Lady Constable) इतिश्री और कॉन्स्टेबल (Constable) सतीश त्यागी को तुरंत घटनास्थल पर भेजा।
महिला एसआई ने बच्ची के कांटे निकाले और अस्पताल भेजा
महिला एसआई (SI) जैसे ही एक दिन की बच्ची को झाड़ियों में पड़े देखा उन्होंने तत्काल ही उसे उठा लिया। जैसे ही उन्होंने उसे अपने हाथ में लिया, वह जोर-जोर से रोने लगी। उन्होंने जब बच्ची को पलट के देखा तो उसके शरीर में कई कांटे चुभे हुए थे। महिला एसआई ने तुरंत ही कांटे निकाले और एंबुलेंस से बच्ची को सुठालिया अस्पताल भेजा। डॉक्टरों ने यहां बच्ची का चेकअप किया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची फिलहाल खतरे में बाहर है लेकिन उसे डॉक्टर की देखरेख में रखा गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।