आमीन हुसैन, RATLAM. मध्य प्रदेश के रतलाम से इंदौर के लिए निकली डेमू ट्रेन के 2 कोच में रविवार 24 अप्रैल की सुबह प्रीतम नगर रेलवे स्टेशन पर आग लग गई। ट्रेन इसी हालत में करीब 10 किमी तक चलती रही, फिर आगे जाकर रुकी। आग रतलाम-अंबेडकर नगर डेमू ट्रेन (09390) के ड्राइविंग मोटर कोच (इंजन) में लगी थी। लपटों ने इंजन के पीछे की बोगी को भी जलाकर कबाड़ कर दिया। बोगी में आग पहुंचने के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि इस घटना में किसी यात्री के नुकसान की जानकारी अभी तक नहीं मिली है। समय रहते यात्री ट्रेन से उतर गए। सभी सुरक्षित हैं। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। यह घटना सुबह 7 बजे के लगभग की है। सूचना मिलने पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी सहित फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची।
आग लगते ही कंट्रोल रूम को दी सूचना
जानकारी के मुताबिक रतलाम से कुछ किलोमीटर दूर चलने के बाद प्रीतम नगर रेलवे स्टेशन पर पिछले कोच में अचानक आग लग गई गार्ड ने इसकी सूचना कंट्रोल में दी इसके बाद अधिकारियों फोन घनघनाने शुरू हो गए। रेलवे सूत्रों के अनुसार टेक्निकल और शांटिंग टीम भी मौके पर पहुंची और जले हुए कोच को अलग किया। ट्रेन को आगे रवाना करने की कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा।
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ट्रेन रुकते ही कूद पड़े यात्री
इंजन में लगी आग की लपटों ने पीछे की बोगी को भी चपेट में ले लिया था। जैसे ही ट्रेन प्रीतम नगर स्ट्रेशन पर रुकी वैसे ही यात्रियों ने कूदना शुरू कर दिया। सुबह 7.50 बजे फायर ब्रिगेड टीम भी मौके पर पहुंच गई। करीब 8.10 बजे आग पर काबू पा लिया गया। इस घटना से ड्राइविंग मोटर कोच और एक बोगी पूरी तरह जल गई। ड्राइविंग मोटर कोच के आधे हिस्से में इंजन और आधे हिस्से में यात्रियों के लिए बोगी अटैच होती है। रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा के अनुसार, आग ट्रेन के ड्राइविंग मोटर कोच के जनरेटर में लगी थी, इसके बाद बोगी तक फैल गई।
5 किमी चलने के बाद उठी थी चिंगारी
ट्रेन में बैठे यात्रियों ने बताया कि डेमू ट्रेन रतलाम से सुबह 6.35 बजे डॉ. अंबेडकर नगर के लिए रवाना हुई थी। रतलाम से 17 किलोमीटर दूर नौगांवा स्टेशन है। यहां से क्रॉस होकर ट्रेन 4 से 5 किलोमीटर आगे ही बढ़ी होगी, तभी ड्राइविंग मोटर कोच के जनरेटर से एक आवाज आई। जिसके बाद करीब एक मिनट बाद ही बोगी से धुंआ दिखाई देने लगा। इस कोच में एक लोको पायलट भी था।
नौगांव ट्रेन को किया रिवर्स
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। रेलवे प्रशासन ने ट्रेन को प्रीतम नगर से वापस नौगांवा रेलवे स्टेशन भेजा। नौगांवा में जली हुई बोगी और इंजन को ट्रेन से हटाया गया, इसके बाद ट्रेन इंदौर के लिए रवाना की गई। दरअसल, प्रीतम नगर में दूसरा रेल ट्रैक नहीं था, ऐसे में ट्रेन को नौगांवा भेजना पड़ा।
सड़क मार्ग से रवाना हो गए यात्री
वर्तमान में रेल में काफी ट्रैफिक है। सारी ट्रेनें फुल चल रही हैं। ऐसी स्थिति में डेमू ट्रेन में भी काफी भीड़ थी, लेकिन आगजनी की घटना के बाद रेल यात्री उतर कर सड़क मार्ग से रवाना हो गए। इस घटना के कारण ट्रेन लेट भी हो गई। जिन रेल यात्रियों के पास अधिक समान था, उन्हें बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा। रेलयात्री सचिन रघुवंशी के मुताबिक रेलवे विभाग द्वारा इस घटना के बाद दूसरे विकल्प का कोई इंतजाम नहीं किया गया था। रेल यात्री काफी भयभीत थे। इसलिए सभी अपने-अपने इंतजामों से गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
ग्रामीणों ने की यात्रियों की मदद
ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि नौगांवा के स्टेशन से गुजरते ही ट्रेन में आग लग गई थी। चेन पुलिंग की कोशिश की। इतने में ट्रेन प्रीतम नगर में आकर रुक गई। हमने ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड को परेशान होते देखा तो उनकी बोगियां अलग करने में मदद की। प्रीतम नगर में ट्रेन सुबह 7 बजे आकर 10 बजे तक खड़ी रही। यहां खाने-पीने का इंतजाम नहीं था। करीबी गांव के लोग यात्रियों के लिए पानी लेकर पहुंचे। यात्रियों को हाईवे तक पहुंचाने में भी ग्रामीणों ने मदद की।