Damoh. दमोह के गंगा जमुना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाने के मामले में अब सख्त कार्रवाई हो चुकी है। शिक्षा विभाग ने स्कूल की मान्यता को खत्म कर दिया है, हालांकि आदेश में मानकों, शर्तों और उत्तरदायित्व का पालन नहीं किए जाने का हवाला दिया गया है। सागर संभाग के संयुक्त संचालक ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं।
सीएम शिवराज ने भी कहा दो टूक- नहीं चल पाएगा स्कूल
इधर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दमोह के स्कूल में जिसने देश का विभाजन करवाया, उस व्यक्ति की कविता पढ़वाई जा रही थी। सीएम ने दो टूक कहा कि जो स्कूल हमारी बेटियों को हिजाब या स्कार्फ बांधने पर मजबूर करेगा। ऐसा स्कूल प्रदेश में चल नहीं पाएगा।
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बाल संरक्षण आयोग ने भी की जांच
इधर इस आदेश से पहले स्कूल में बाल संरक्षण आयोग की जांच टीम भी पहुंची, जांच में एडमिशन फॉर्म चैक किए गए, जिसमें हर छात्रा की फोटो हिजाब पहने हुई मिली। इसी के साथ शिक्षकों के लॉकर में आपत्तिजनक साहित्य मिलने की भी बात जांच टीम ने कही। जांच में यह भी पाया गया था कि जो छात्रा सिर पर स्कार्फ बांधकर स्कूल नहीं आती थी उसे गेट से ही वापस कर दिया जाता था।
आदेश में यह कमियां बताई गईं
आदेश में हवाला दिया गया है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने निरीक्षण में स्कूल में पर्याप्त फर्नीचर का अभाव, छात्रों और छात्राओं के पृथक शौचालय न होने, स्कूल में खेल के मैदान के अभाव की बात अपनी जांच रिपोर्ट में प्रस्तुत की। प्रतिवेदन में स्कूल द्वारा मान्यता संशोधन नियम 2020 में वर्णित मापदंड का पालन नहीं करना पाया गया। जिस पर एक्शन लेते हुए मान्यता खत्म करने का आदेश जारी किया गया है।