Katni, Rahul upadhyay. कटनी में मणप्पुरम गोल्ड लोन के दफ्तर में हुई डकैती की वारदात का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने फरार होते वक्त दो आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश तो कर दिया है, लेकिन डकैती में लूटी गई रकम और जेवरात की बरामदगी नहीं हो पाई है। वहीं पुलिस को बाकी के फरार 4 आरोपियों की भी तलाश है। सभी डकैत बिहार के रहने वाले हैं। पकड़े गए आरोपियों से अभी पूछताछ जारी है जिनसे वारदात के और भी कई तथ्य जुटाए जा रहे हैं।
बिहार से जुड़ा कनेक्शन
दरअसल कटनी में डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद जब आरोपी फरार होने की फिराक में थे, उस वक्त कटनी की सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में उनकी तस्वीरें कैद हो गईं। पुलिस ने फुटेज खंगाल कर आरोपियों की तस्वीरें आसपास के जिलों के पुलिस थानों और सोशल मीडिया में प्रसारित करवा दीं। जिसके बाद पुलिस को आरोपियों के कटनी से कुंडम की ओर फरार होने की जानकारी मिली। जिसके बाद पहले से अलर्ट निवास पुलिस ने दो बाइकों पर सवार 4 आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी। हालांकि पुलिस के हाथ दो आरोपी शुभम तिवारी, निवासी पटना और अंकुश उर्फ विवेक साहू निवासी बक्सर लगे। जिनसे पूछताछ में वारदात की पूरी कहानी सामने आ गई।
4 आरोपी अब भी फरार
इस वारदात को अंजाम देने वाले अखिलेश उर्फ विकास उर्फ जॉन निवासी वैशाली, अर्जुन उर्फ पियूष निवासी पटना, मिथलेश उर्फ धर्मेंद्र पाल निवासी बक्सर और अमित उर्फ बिक्कू निवासी हाजीपुर वैशाली की तलाश पुलिस को है। कटनी पुलिस ने इन आरोपियों की गिरफ्तारी पर 30-30 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की है।
महज 20 हजार की हो पाई बरामदगी
कटनी में हुई डकैती में आरोपियों ने करीब 3 लाख 56 हजार रुपए नगद और 16 किलो सोने के जेवरात पर डाका डाला था। वहीं पुलिस को गिरफ्त में आए आरोपियों से महज 20 हजार रुपए नगद, लूटी गई बाइक, एक देशी कट्टा और एक जिंदा कारतूस ही बरामद हो पाया है। पुलिस को अब 4 अन्य आरोपियों और डकैती के माल की तलाश है। वहीं आरोपियों का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं इसकी जानकारी बिहार पुलिस से मंगवाई जा रही है।