DINDORI. डिंडौरी में जिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद से वीरेंद्र बिहारी शुक्ला को पद से हटा दिया गया है। उनके समर्थन में जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, नगर परिषद अध्यक्ष सहित 2 ने इस्तीफा दे दिया। मीडिया के सामने वीरेंद्र बिहारी शुक्ला का दर्द छलका। उन्होंने कहा कि मेरे समर्थन में इस्तीफा देने वाले हर जनप्रतिनिधि का मैं आभारी हूं। हेलिकॉप्टर वाले बाबा ने मेरा साथ ना देकर विधायक का साथ दिया है।
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने कमलनाथ पर साधा निशाना
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर वाले बाबा ने विधायक ओमकार मरकाम का साथ दिया, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस में 2 कांग्रेस हैं, एक विधायक ओमकार मरकाम की कांग्रेस और दूसरी इंडियन नेशनल कांग्रेस है। मुझे किसी पदाधिकारी को नियुक्त करने की आजादी नहीं थी, उसके लिए हर बार मुझसे विधायक की अनुशंसा मांगी जाती थी। कार्यकर्ताओं के साथ मेहनत करके 18 साल बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद और नगर परिषद अध्यक्ष पद भाजपा की झोली से खींचकर कांग्रेस की झोली में डाल दिया था, लेकिन हेलीकॉप्टर वाले बाबा ने निष्ठावान कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी। विधायक के कहने पर एक ऐसे आदमी को जिला अध्यक्ष बना दिया, जिसे जिले में कोई नहीं जानता। ये कार्यालय खुला रहेगा और हम गांव के आने वाले लोगों की समस्या का समाधान कराने की कोशिश जारी रखेंगे।
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला के समर्थन में इस्तीफा
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला को कांग्रेस जिला अध्यक्ष के पद से हटाने के विरोध में कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रेश परस्ते, नगर परिषद अध्यक्ष सुनीता सारस, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार, जिला पंचायत सदस्य हीरा परस्ते, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष वैभव कृष्ण परस्ते, वार्ड नंबर-12 से पार्षद राजेश पराशर ने इस्तीफा दे दिया।
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'निष्ठावान कार्यकर्ताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं'
वीरेंद्र के समर्थन में इस्तीफा देने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रेश परस्ते का कहना है कि जिनकी अगुवाई में कांग्रेस ने 18 साल से जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर परिषद में काबिज भाजपा को हराकर कांग्रेस को जिताया है। उसी जिलाध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला को कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम के कहने पर हटा दिया गया। ये वहीं विधायक ओमकार मरकाम है, जो पंचायत चुनाव में अपने सगे भाई और सास को चुनाव नहीं जिता पाए थे। एक ऐसे आदमी अशोक पड़वार को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है, जिन्हें जिले में कोई जानता तक नहीं। वो कैसे कांग्रेस संगठन और जिले की समस्या को अधिकारियों के सामने रख पाएगा। इसलिए हम सभी कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।