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Rewa. मध्यप्रदेश की बेटी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराकर प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है। जवा तहसील क्षेत्र स्थित बरौली ठकुरान डगडैया गांव की निवासी वैशाली सिंह का चयन नेशनल बास्केटबॉल कैम्प के लिए हुआ है। वैशाली की इस उपलब्धि पर हर कोई उसकी तारीफों के पुल बांध रहा है। हाल ही में चेन्नई में नेशनल बॉस्केटबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें एमपी महिला बास्केटबॉल टीम की ओर से रीवा की वैशाली सिंह ने सराहनीय प्रदर्शन किया और चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर पूरी तरह खरी उतरीं। वैशाली प्रदेश की एकमात्र बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं, जिनका चयन इस कैंप के लिए किया गया है।
फीबा एशिया कप से एक कदम दूर
वैशाली सिंह अब आगामी 24 मई से 24 जून तक बैंगलोर में चलने वाले इस कैंप में प्रशिक्षण लेंगी। जिसके बाद उनका चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली फीबा एशिया कप प्रतियोगिता के लिए किया जा सकता है। जिससे वह मात्र एक कदम की दूरी पर हैं।
17 साल की उम्र में पेरिस में जीता मैडल
छोटे से गांव बरौली ठकुरान डगडैया की रहने वाली वैशाली सिंह ने पूर्व में भी कई उपलब्धियां हासिल कर प्रदेश सहित देश का मान बढ़ाया था। वैशाली सिंह ने मात्र 17 साल की उम्र में 2017 जुलाई में पेरिस में हुए अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर सिल्वर मेडल हासिल किया था। जिसके बाद वह स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया रायपुर के लिए चयनित हुईं। इसके बाद से वह लगातार रायपुर स्थित कैम्प में ट्रेनिंग ले रही हैं।
वैशाली के दादा थे वॉलीबॉल खिलाड़ी
वैशाली के पिता रावेन्द्र बहादुर सिंह पेशे से किसान हैं। वहीं उनके दादा ददन सिंह शिक्षक होने के साथ ही अपने समय के एक अच्छे वॉलीबाल खिलाड़ी थे। वैशाली बचपन में अक्सर अपने दादा से खेल के किस्से सुना करती थी। वैशाली खेल के प्रति अपने दादा से प्रभावित हुई और आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह बास्केटबॉल की खिलाड़ी बन गई।