BHOPAL. प्रीतम लोधी को लेकर ओबीसी महासभा में बवाल मचा हुआ है। पिछले दिनों प्रीतम लोधी को ओबीसी महासभा से निष्कासित किया गया था। ओबीसी महासभा की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्यों के निर्देश पर प्रीतम लोधी को बाहर किया गया था। ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय सचिव दिनेश कुमार इंजीनियर ने प्रीतम लोधी के निष्कासन का पत्र जारी किया था। इस फैसले पर सवाल उठे हैं। ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार ने इस फैसले की जांच करने का आदेश दिया है, जिसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इसके साथ ही महासभा के राष्ट्रीय कोर सदस्यों और दिनेश कुमार के अधिकारों को शून्य घोषित कर दिया है।
यह है पूरा मामला
बीजेपी से 3 महीने पहले निकाले गए प्रीतम लोधी पर 48 घंटे में बवाल हो गया। 28 नवंबर यानी सोमवार देर रात खबर आई कि प्रीतम लोधी को ओबीसी महासभा से निकाल दिया गया है। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई। मंगलवार सुबह यानी 29 नवंबर को ओबीसी महासभा के मध्य प्रदेश अध्यक्ष ने यह कहकर तूफान ला दिया कि प्रीतम लोधी को निष्कासित नहीं किया गया है। वहीं, राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी दिनेश कुमार ने पुष्टि की कि प्रीतम लोधी को निकाल दिया गया है। दोपहर होते-होते फिर नई बात सामने आई। ओबीसी महासभा के संस्थापक विजय कुमार ने नया पोस्टर जारी कर कहा कि प्रीतम लोधी के निष्कासन की सूचना पूरी तरह भ्रामक और झूठी है। विजय कुमार ने अब मामले में जांच करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय कोर सदस्यों पर जिम्मेदारियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
प्रीतम लोधी बोले- मैंने खुद ओबीसी महासभा छोड़ने की पेशकश की थी
प्रीतम लोधी ने इस मुद्दे पर बात करते हुए द सूत्र से कहा था कि मैंने खुद ओबीसी महासभा छोड़ने की पेशकश की थी, ये लोग एसटी-एससी की उपेक्षा कर रहे हैं। मैं सबको साथ में लेकर काम करना चाहता हूं। मैं सबको जोड़ने के लिए सदस्य बना था। इन्होंने मुझे रसीद की गड्डी पकड़ा दी। मैं जयस के साथ 10 दिसंबर को भोपाल में बैठक कर रहा हूं। मैं सपा, सपा,आप,जयस,भीम पार्टी और गोंडवाना को जोड़कर अपना काम कर रहा हूं।