Katni, Rahul Upadhyay. जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने कटनी के एआरटीओ ऑफिस में पदस्थ बाबू को 96 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। मामले में लोकायुक्त ने आरटीओ दफ्तर में मौजूद दो प्राइवेट एजेंट या कहें तो दलालों को भी आरोपी बनाया है। आरोपी बाबू कार और ट्रेक्टर के रजिस्ट्रेशन चेंज करने के एवज में रिश्वत मांग रहा था। जिसकी शिकायत शैलेंद्र द्विवेदी नामक शख्स ने लोकायुक्त को कर दी थी। जिसके बाद मामले की पड़ताल कर लोकायुक्त पुलिस ने ट्रेप बिछाया था।
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि शिकायतकर्ता भीा प्राइवेट एजेंट की तरह आरटीओ के कार्य करता है। कार्यालय में पदस्थ जितेंद्र सिंह बघेल ने कार और ट्रैक्टर के रजिस्ट्रेशन बदलवाने के एवज में 96 हजार की डिमांड की थी। जैसे ही आरोपी ने रिश्वत के नोट हाथ में लिए लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को धरदबोचा, बाद में आरोपी के हाथ धुलवाए गए जिसके बाद उसके हाथों का रंग गुलाबी हो गया। मामले में दलाल सुखेंद्र तिवारी और रावेंद्र सिंह को भी लोकायुक्त ने आरोपी बनाया है जो कि बाबू की घूसखोरी में बराबर के सहायक पाए गए थे।
आरटीओ दफ्तर में मचा हड़कंप
लोकायुक्त कार्रवाई की खबर जैसे ही आरटीओ परिसर में फैली तो दफ्तर में हड़कंप मच गया। फिटनेस, लायसेंस जैसे अनेकों कामों के काउंटर में अचानक हड़बड़ी का माहौल देखा गया। इस दौरान अधिकारी कर्मचारियों ने कई पार्टियों को बाद में आने का इशारा कर उन्हें दफ्तर से बाहर भी कर दिया। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं आरोपी बाबू को निजी मुचलके पर रिहा भी कर दिया गया। साथ ही मामले की सूचना जिला मुख्यालय को प्रेषित भी कर दी गई है।