Damoh. दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाक के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत प्यून ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। जिसे गंभीर हालत में तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर मेडििकल कालेज रेफर किया गया है। कर्मचारी की हालत नाजुक बनी है, कर्मचारी बेटी की शादी टूटने से दुखी था। वहीं उसके बेटे ने बैंक मैनेजर और सहायक मैनेजर पर पिता को परेशान करने का आरोप लगाया है।
कर्मचारी रामस्वरूप राजपूत ग्राम धनगोर में संचालित पंजाब नेशनल बैंक में प्यून के पद पर पदस्थ है और बैंक के अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर उसने सल्फास की गोली खा ली। जानकारी के मुताबिक, उसे तीन माह से सैलरी नही मिली।रामस्वरूप ने बताया कि मैनेजर तनख्वाह नहीं दे रहे है और कई तरह से प्रताड़ित करते हैं। इसी तरह का व्यवहार सहायक मैनेजर भी करते हैं। उसका पीएफ का पैसा बाकी है, जिसको निकलवाने के लिये वह कई महीनों से मैनेजर और सहायक मैनेजर से निवेदन कर रहा है, लेकिन उसकी कोई सुनाई नहीं हुई है। जबकि उसकी बेटी की शादी होनी थी, जो पैसों के अभाव में टूट गई क्योंकि न तो उसे वेतन मिला न वह राशि मिली जो उसकी वेतन से कटती थी।
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बहन की टूट गई शादी
कर्मचारी के बेटे मोहित राजपूत ने बताया कि उसकी बहन की शादी होनी थी। उसके पिता धनगोर की पंजाब नेशनल बैंक में चपरासी हैं, लेकिन मैनेजर उनको वेतन नहीं दे रहे थे और जो पीएफ का पैसा था उसे भी निकालने से इंकार कर रहे थे। पैसे न होने के कारण उसकी बहन की 25 फरवरी को होने वाली सगाई टूट गई उसके बाद पिता लगातार परेशान थे और उन्होंने सल्फास की गोलियों का सेवन कर लिया।
कर्मचारी द्वारा प्रताड़ित करने के आरोपों के संबंध में पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर अनूप परपेती से बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। वहीं सहायक मैनेजर अंशुल सिंह ने बताया कि चपरासी ने खुद के और अपने बेटे के नाम पर लोन ले रखा है जिसकी क़िस्त जमा नहीं कर रहे हैं और यदि कोई जानकारी लेनी है तो बैंक में आकर बात कर सकते हैं।