योगेश राठौर, INDORE. वेदप्रकाश बनकर रह रहे मोहम्मद सादिक को लेकर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस से पूरी जानकारी मांगी है। हाल ही में जिस तरह से इंदौर-उज्जैन में पीएफआई व अन्य संगठनों की गतिविधियां तेज हुई है, उसे लेकर पुलिस और जांच एजेंसियां अलर्ट पर हैं, आखिर सादिक को ऐसी क्या मजबूरी थी कि उसने नाम बदलकर इंदौर में काम शुरू किया। पुलिस को उसके पास से पैन कार्ड, आधार कार्ड से लेकर सभी सरकारी दस्तावेज बदले हुए नाम वेदप्रकाश से ही मिले हैं। पुलिस को उन एजेंट की भी तलाश है, जिन्होंने वेदप्रकाश को यह सभी दस्तावेज बनवाकर दिए।
शादी के कार्ड में भी अधिकांश नाम हिंदू
हाल ही में उप्र से सादिक के पास एक शादी का कार्ड आया था, जिससे उसकी पहचान उजागर हुई। इस कार्ड में भी चौंकाने वाले नाम दिए गए हैं। जिनका निकाह हो रहा है वह राहलु और रवीना है, बच्चों के नाम में कुकु, अभि, यश व वंश के नाम है। इससे पुलिस को यह भी शंका है कि परिवार में भी कुछ लोगों ने यूपी में भी इसी तरह का कोई फर्जीवाड़ा तो नहीं किया हुआ है। इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
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केवल एक मार्कशीट से बनवा लिए सभी दस्तावेज
पुलिस को अभी तक यह जानकारी मिली है कि सादिक कुछ साल पहले इंदौर आया था। इसके पास यूपी की एक मार्कशीट वेदप्रकाश के नाम पर थी। इसी एक मार्कशीट के जरिए इसने बाकी के सभी सरकारी दस्तावेज इंदौर में ही बनवा लिए। किराए नामे में भी यही वेदप्रकाश नाम है और यहां तक कि राशन कार्ड भी बना हुआ है, जिससे वह हर माह इसी नाम से राशन भी ले रहा था।
लसूड़िया पुलिस ने किया है केस दर्ज
इंदौर की लसूड़िया पुलिस ने सुप्रीम ट्रांसपोर्ट साल्यूशन लिमिटेड कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी को लेकर केस दर्ज किया है। जब इसकी जांच की गई तो नाम से लेकर दस्तावेज तक फर्जी नाम से पाए गए।