भोपाल. निवेशकों से करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोपों में घिरी सहारा इंडिया (Sahara India) की मुश्किलें कम नहीं हो रहा है। 20 अक्टूबर को कंपनी के भोपाल ऑफिस (Sahara Bhopal Office) में तालाबंदी हो गई है। इस दौरान यहां किसी भी प्रकार की आवाजाही बंद रहेगी। ऑफिस के बाहर निवेशक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। निवेशकों के प्रदर्शन से परेशान होकर कर्मचारियों ने MP नगर में ऑफिस के मेन गेट पर तालाबंदी की है। इससे दो पहले कपंनी के जोनल हेड राजेंद्र सक्सेना (Rajendra Saxena) ने इस्तीफा दिया था। उन्होंने कहा था कि वर्तमान समय में जो हालात चल रहे हैं। ऐसे समय में काम करना मुश्किल है।
सहारा पर 420 की धारा में करीब 100 मामले दर्ज
दो दिन पहले कंपनी के ऑफिस पर 200 से ज्यादा निवेशकों ने धावा बोल दिया था। जिसके बाद कर्मचारियों ने खुद को बचाने के लिए ऑफिस में तालाबंदी की है। कर्मचारियों के ऑफिस आने और ऑफिस से निकलने के दौरान ही ताला खोला जाएगा। सहारा ग्रुप के मालिक सुब्रत राय सहारा (Subrata Roy Sahara) पर धोखाधड़ी के मामले की संख्या 100 के करीब पहुंच गई है। इसके बाद भी कंपनी निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए मूड में नहीं है।
सहारा के ठिकानों पर छापेमारी
कंपनी में हजारों निवेशकों का करोड़ों रुपए डूबने की कगार पर है। भोपाल जिले में हजारों निवेशकों ने करीब 200 करोड़ से ज्यादा का निवेश कंपनी की अलग-अलग सोसायटियों में किया है। इस निवेश की अवधि पूरी हो गई है। इसके बाद भी कंपनी लोगों का पैसा लौटाने के लिए तैयार नहीं है। इसी मामले में पिछले दिनों कंपनी के जबलपुर, गोरखपुर आदि ऑफिसों पर छापामार कार्रवाई हुई थी।