Narsinghpur, Brijesh Sharma. नरसिंहपुर में एक सड़क हादसे में नेशनल हाईवे पर एक सड़क हादसे में संत कनक बिहारी महाराज की मौत हो गई। हादसा उस दौरान हुआ जब किसी वाहन को बचाने के चक्कर में उनकी डिवाइडर से टकराते हुए पलट गई। इस सड़क हादसे में संत के एक शिष्य की भी मौत हुई है। वहीं कार में सवार केवल एक शिष्य ही जिंदा बचा, हालांकि वह भी घायल है।
संत अपने वाहन से अशोकनगर से छिंदवाड़ा जाने निकले थे। हाइवे पर बरमान चौकी के तहत आने वाले ग्राम सगरी के पास उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई। जिससे संत और शिष्य विश्राम की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है की किसी वाहन को बचाने के प्रयास में यह हादसा हुआ है। बरमान चौकी प्रभारी संजय सूर्यवंशी ने बताया की हादसे में घायल रुपदयाल पिता साहब रघुवंशी को करेली अस्पताल भेजा गया है। करेली पुलिस के अनुसार घायल के संबंध में सूचना मिली है और उसको जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।
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रघुवंशी समाज में शोक की लहर
संत कनकबिहारी रघुवंशी समाज के गुरु बताए जा रहे हैं। घटना की सूचना लगते ही जिले भर से रघुवंशी समाज के लोग बरमान आ रहे हैं। बता दें कि राम मंदिर के निर्माण के लिए संत कनकबिहारी महाराज ने 1 करोड़ रुपए का दान दिया था। उनका मानना था कि रघुकुल शिरोमणि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए रघुवंशी समाज को बढ़-चढ़कर दान देना चाहिए।
111 करोड़ रुपए दान देने का लिया था संकल्प
संत कनक बिहार कनक बिहारी महाराज ने अयोध्या श्रीराम मंदिर निर्माण में रघुवंशी समाज से एकत्र कर 111 करोड़ रुपये दान करने का संकल्प लिया था। साथ ही फरवरी 2024 में अयोध्या में श्रीराम यज्ञ 9009 कुंडीय करने का संकल्प था, जिसमें सभी यजमान रघुवंशी समाज से होने का प्रस्ताव समाज के मध्य रखा था। बता दें कि संत कनकबिहारी महाराज का जन्म विदिशा जिले के नटेरन तहसील के खैराई गांव में हुआ था। जन्मस्थान पर रघुवंशी समाज ने उनका सबसे बड़ा आश्रम बनवाया है। वहीं लोनी कलां छिंदवाड़ा में भी आश्रम है।