Jabalpur. रविवार को एमपीपीएससी के एग्जाम कंडक्ट कराए गए। इस दौरान जबलपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। राज्य सेवा और राज्य वन सेवा की परीक्षा में एक ही रोल नंबर पर दो परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। वह भी दो अलग-अलग परीक्षा सेंटर में। वह तो गनीमत थी कि दूसरे शिफ्ट का एग्जाम चल ही रहा था कि आयोग की नजर में यह मामला आ गया। एमपीपीएससी की ओर से आए फोन के बाद परीक्षा केंद्रों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में परीक्षा सेंटर में पुलिस पहुंची और एक परीक्षार्थी को रोक लिया गया, उससे पुलिस ने पूछताछ की, मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच जारी है।
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जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा रविवार को दो पालियों में परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा में शामिल हुए दो छात्रों के रोल नंबर एक ही थे, दोनों अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में परीक्षा दे रहे थे इसलिए किसी को कोई संशय नहीं हुआ। एक छात्र हितकारिणी कॉलेज में तो दूसरा महाराष्ट्र हाई स्कूल में परीक्षा दे रहा था। पहली पारी का एग्जाम दोनों दे चुके थे, लेकिन जब दूसरी पारी का एग्जाम चल रहा था तभी केंद्राध्यक्ष को इंदौर स्थित ऑफिस से फोन आ गया। संबंधित रोल नंबर के छात्र को केंद्र में ही रोकने के निर्देश दिए गए। परीक्षा खत्म होने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र से पूछताछ करने के बाद मामला जांच में लिया है।
एमपीपीएससी ने की एफआईआर करने की मांग
इस मामले में एमपीपीएससी ने जबलपुर पुलिस को चिट्ठी लिखकर यह आरोप लगाया है कि उक्त छात्र ने एग्जाम डेटा से छेड़छाड़ की है। पुलिस को तत्काल प्रकरण दर्ज कर विस्तृत जांच करने कहा गया है। आयोग की ओर से यह भी कहा गया है कि मामला संज्ञान में आने के साथ ही अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया था।
एसपी बोले विभागीय त्रुटि का मामला
इधर जबलपुर एसपी टीके विद्यार्थी ने कहा है कि पीएससी परीक्षा के दौरान दो छात्रों को एक ही रोल नंबर जनरेट हो गया था। प्रथम दृष्टया मामला तकनीकी त्रुटि का नजर आ रहा है, इसकी जांच की जा रही है।