संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में बुजुर्ग और वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के हमलों से पार्टी में तूफान मच गया है। अब वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन और भंवरसिंह शेखावत के निशाने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्री आए हैं। सत्तन ने मीडिया से कहा कि सिंधिया केवल पद के लिए आए बीजेपी में आए थे और पार्टी ने उन्हें वह दे दिया। वहीं शेखावत ने कहा कि उनके साथ आए मंत्रियों ने पूरे प्रदेश में लूट मचा रखी है, पार्टी के सारे सिद्धांत इन्होंने तोड़ दिए हैं।
सिंधिया समर्थकों ने लूट मचा रखी है, जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है
पार्टी ने सिंधिया और उनके समर्थकों को स्वागत किया, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेहनत कर जिताया भी लेकिन जो बाद में स्थितियां बनी वह मन को दुखाने वाली है। पार्टी मजबूत होने की जगह खोखली हो गई है, सिद्धांत पीछे छूट गए जिन्हें लेकर पार्टी का निर्माण किया गया। इनके समर्थक मंत्रियों पर इतने भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं जो पहले किसी बीजेपी मंत्री को लेकर नही सुने गए। सिंधिया के साथ आए लोगों ने खुलेआम लूट मचा रखी है। दत्तीगांव ने जमीनों पर कब्जे करना, खदान पर कब्जा करना, खनन कराना सभी चालू कर दिया, जुआ और सट्टा तक खुलेआम करा रहे हैं वह। पार्टी को पीड़ा हो रही है यही बात तो हम संगंठन को कह रहे हैं। समय रहते नहीं चेते तो इन्हीं कारणों से सरकार चली गई थी। हम इन्हें पुरस्कृत कर रहे हैं और जिन्होंने पार्टी में जीवन खपा दिया, उन बुजुर्गों का तो सम्मान करना सीखे। यह टिकट की लड़ाई नहीं है, पार्टी को जिंदा करने की है और जो लोग खत्म करने में लगे हैं, उनके खिलाफ लड़ाई है।
सत्तन बोले- कटोरा लेकर आए थे पार्टी में सिंधिया
वहीं सत्यनारायण सत्तन ने कहा कि पार्टी में आकर सिंधिया ने कोई उपकार नहीं किया है, वह पार्टी में कटोरा लेकर आए थे, अपनी थाली को भर लेने का उपक्रम मात्र है। वहां से दल बदलकर अपनी रीति-नीति का निर्वाह किया है सिंधिया के पिता ने भी पार्टी बदली थी। उन्हें पता है वह वजनदार परिवार से हैं तो उन्हें दल-बदलने से हानि नहीं होगी। उनके परिवार में एकमात्र राजमाता सिंधिया ही थी, अब वह कह रहे हैं की दादी की पार्टी में आ गए हैं, तो वह रपट के आ गए हैं, जब सम्मान नहीं मिला तो वह यहां आ गए, सम्मान का मतलब फूल-माला से नहीं है, पद से हैं, जो उन्हें हमारी पार्टी ने दे दिया है।
उधर सत्तन ने फिर एक कविता लिखी है- इसमें कहा गया है कि क्रियाशील कार्यकर्ताओं को ठुकराना ठीक नहीं है, चाटुकारिता के मस्तक पर तिलक लगाना ठीक नहीं है।….बड़े पदों पर बैठा नौकर जब स्वामी बन जाता है, जनता और प्रशासन में इससे तनाव बढ़ जाता है।
फिर चर्चाओं में सत्तन की नई कविता
बीजेपी में इन दिनों महाराज बीजेपी और नाराज बीजेपी के बीच खाई खुलकर सामने आ गई है। महाराज बीजेपी के कई नेताओं पर नाराज बीजेपी के प्रमुख सत्यनारायण सत्तन और भंवर सिंह शेखावत लगातार निशाना साध रहे हैं। इतना ही नहीं सिंधिया समर्थित मंत्रियों पर भी कई संगीन आरोप लगाए जा रहे हैं। तो वहीं पूर्व विधायक और कवि सत्यनारायण सत्तन सिंधिया के साथ-साथ सीएम शिवराज और बीजेपी संगठन पर भी हमला कर रहे हैं। इसी कड़ी में सत्तन गुरु की एक और कवि सुर्खियां बटोर रही है.. आइए हम बताते हैं आपको सत्तन गुरु की वो कविता...
दीपक जोशी तो जा ही रहे हैं कांग्रेस में
दीपक जोशी के मान-मनौव्वल के लिए गुरूवार देर रात बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव अचानक इंदौर पहुंचे थे, पार्टी कार्यालय में देर रात उनके साथ बंद कमरे में एक घंटे मुलाकात हुई लेकिन जोशी नहीं माने और वह बिना मीडिया से बात किए हुए कार में बैठकर चुपचाप चले गए।
उधर विजयवर्गीय पहले ही चेता चुके हैं
उधर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पार्टी को पहले ही चेता चुके हैं कि संगठनात्मक गलतियां दूर नहीं की तो मुश्किल होगी। कांग्रेस में तो बीजेपी को हराने का दम नहीं है लेकिन बीजेपी को बीजेपी हरा सकती है।
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