BHOPAL. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई हिस्सों में दो दिनों से बारिश हो रही है। वहीं कई हिस्सों में 30 अप्रैल को ओलावृष्टि और बारिश के साथ-साथ आंधी तूफान भी आया। बदलते मौसम से पूरे मध्यप्रदेश में इन दिनों सावन वाली फीलिंग है, क्योंकि घने बादलों ने भोपाल, नर्मदापुरम, मालवा-निमाड़, बुंदेलखंड, ग्वालियर संभाग को घेर कर रखा है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश और ओले से घुली ठंडक के कारण पारा लगातार गिरता जा रहा है। रविवार रात का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से भी कम रहा। वहीं, दिन का अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री रहा। जो सामान्य से 14 डिग्री कम रहा।
मई में भी इतनी ठंड कैसे
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही जिससे बादल बने। जमीन से 6 किमी ऊपर तक नमी ही नमी, फ्रीजिंग लेवल 4 किमी ऊपर है। इसलिए ओले गिरे हैं, पारा लुढ़का है। वहीं देश के दक्षिणी राजस्थान में 1.5 किमी ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बना है। ये अरब सागर से नमी खींच रहा है। इसी तरह छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में 0.9 किमी ऊंचाई पर भी चक्रवाती हवा का घेरा बना है। ये बंगाल की खाड़ी से नमी खींच रहा है। ये नमी जमीन से ऊपर छह किमी ऊंचाई तक है। यही नमी बादल बना रही है। विदर्भ से लेकर कर्नाटक तक बनी ट्रफ लाइन इन दोनों जगह की नमी को भोपाल सहित मप्र में लाकर बारिश करा रही है।
सामान्य से ज्यादा बारिश हुई
मौसम विभाग के रिकार्ड के अनुसार मार्च-अप्रैल में पूरे मप्र में सामान्य से 310 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। दोनों में कुल 11 मिमी होनी थी, जबकि 45.1 मिमी हो गई। इस बार अप्रैल में 16 दिन बारिश हुई। जो पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा है। भोपाल में 1-2 मई को हल्की बारिश, 3 मई को तेज बारिश हो सकती है। ओले भी गिर सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस सोमवार को आ रहा है। इसके कारण भी चक्रवाती हवा के घेरे और ट्रफ लाइन बनेगी।
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प्रदेश के इन जिलों में होगी बारिश के आसार
भोपाल, जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के ज्यादातर जिलों में बारिश होने की संभावना है। इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। भारी बारिश के साथ तेज आंधी का अलर्ट जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट और कटनी जिले के लिए जारी किया गया है। नर्मदापुरम-चंबल संभाग के साथ गुना, भोपाल, दतिया, धार, इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, सागर और शाजापुर में ओले गिरने का अनुमान है।
कैसी है मौसम की स्थिति
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भागों पर बना हुआ है। दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से विदर्भ, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश होते हुए दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है। इसके चलते मध्य, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश की स्थिति बन रही है।
देश के इन राज्यों में भी होगी बारिश
स्काईमेट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, कर्नाटक और उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वी राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर भारत में अगले तीन दिन गर्मी और हीटवेव से राहत मिली रहेगी।