नवीन मोदी, GUNA. शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार किस तरीके से किया जाता है इसका नया मामला सामने आया है। इसमें स्थानीय दुकानदार भी लिप्त है। बताते हैं कि ईमानदार अफसर के नाम से मशहूर जिला शिक्षा अधिकारी चंद्र शेखर सिसौदिया ने ही सरकार के पैसों पर षड्यंत्र से सेंध लगा दी और छात्रों को गुणवत्ता के नाम पर ठग लिया गया। जिसमें अब विद्यार्थियों के टैबलेट खरीदी में ही घोटाला कर दिया।
महंगे दामों में खरीदे टैबलेट
जानकारी के मुताबिक 8 हजार 434 रुपए का टैबलेट 14 हजार 500 रुपए में खरीदने के प्रकरण का खुलासा हुआ है। जिसमें पूरे जिले में मेरिट में आए विद्यार्थियों के नाम पर 254 टैबलेट की खरीदी कर 15 लाख 40 हजार 764 रुपए में सेंध लगा दी। जबकि इन 254 टैबलेट की वास्तविक कीमत 21 लाख 42 हजार 236 रुपए थी, लेकिन डीईओ ने सांठगांठ कर 36 लाख 83 हजार रुपए में खरीदकर 15 लाख 40 हजार रुपए हजम कर दिए। वो तो बात लीक होती हुई कलेक्टर के पास शिकायत के रूप में पहुंची तो खलबली मच गई। जिले के मुखिया ने तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर संजीव पांडे से जांच करवाई और अब रिपोर्ट सामने आने से घोटाले का खुलासा हुआ।
दोषियों पर गाज गिरना तय
सूत्रों के मुताबिक भ्रष्टाचार में पाए गए दोषियों पर कार्रवाई की गाज गिरना तय माना जा रहा है। डीईओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए कलेक्टर कार्यालय से पत्र शिक्षा विभाग भोपाल भेजा है। संभवत: मामले में डीईओ समेत दो-तीन अन्य कर्मियो को भी दोषी माना है, जिन पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर ने डीईओ को दोषी पाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा कर पत्र भोपाल भेजे जाने की जानकारी है।