ग्वालियर. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 5 अक्टूबर को किला स्थित गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ पहुंचे। सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) यहां दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारे में आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। सिखों के गुरु हरगोविंद सिंह ने यहां 52 हिंदू राजाओं को मुगल बादशाह जहांगीर की कैद से आजाद कराया था। इसके 400 वर्ष पूरे होने पर दाता बंदी छोड़ प्रकाश पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए हैं।
सीएम शिवराज के शामिल होने का प्लान कैंसिल
इस प्रकाश पर्व में सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) और केंद्रीय मंत्री सिंधिया के शामिल होने की आधिकारिक घोषणा हो चुकी थी। सीएम के दौरे को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली थी, लेकिन आनन-फानन में शिवराज का प्लान कैंसिल किया गया। जिसके बाद सिंधिया ने यहां पहुंचकर माथा टेका। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक पर्व प्रदेश के लिए नहीं, देश के लिए नहीं, बल्कि विश्व के लिए है। सिख समाज के मूल्य और आदर्श इस दाता बंदी छोड़ दिवस पर दिखते हैं। मुझे भी मत्था टेकने का सौभाग्य मिला, यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि यहां से सेवा की प्रेरणा मिलती है।