Jabalpur. जबलपुर जिले में पंचायतों के उपचुनाव की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के 1014 पंचों, 1 सरपंच और 1 जनपद पंचायत सदस्य के लिए 5 जनवरी को उपचुनाव होने जा रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक चुनाव की प्रक्रिया 15 दिसंबर से नाम निर्देशन पत्रों के वितरण से शुरू हो चुकी है, लेकिन ताज्जुब इस बात का है कि इसकी विधिवत जानकारी अभी तक किसी को नहीं दी गई। यहां तक कि पंचायतों के प्रतिनिधियों को भी भरोसे में नहीं लिया गया और न ही जानकारी दी गई। चर्चा यही है कि आखिर गुपचुप तरीके से जिला प्रशासन चुनाव करवाकर दिखाना क्या चाहता है।
दरअसल किसी भी प्रकार के चुनाव हों उसकी घोषणा कई दिन पहले हो जाती है। भोपाल से चुनावों का कार्यक्रम 9 दिसंबर को जारी हो गया था लेकिन जिले में अभी तक इसकी कोई सूचना नहीं दी गई। जब भोपाल का पत्र कुछ लोगों को मिला तब जाकर यह पता चला कि उपचुनाव होने वाले हैं।
1 हजार से ज्यादा पंचों के पद खाली
जिले में कुल 1014 पंचों के पद खाली हैं, इन पदों पर पंचायत चुनाव के दौरान किसी ने लड़ने की रुचि नहीं दिखाई तो कहीं अन्य कारणों से उम्मीदवार मैदान में नहीं उतर पाए। सबसे ज्यादा पाटन जनपद में 462 पंचों के पद रिक्त हैं। इसके बाद शहपुरा में 202, कुंडम में 116, बरगी जबलपुर में 83, सिहोरा में 82, मझौली में 39 और पनागर में 30 पद खाली हैं। उधर जनपद पंचायत सदस्य का एक पद मझौली की ज्योति बाई के निधन के चलते रिक्त हुआ है। वहीं सिहोरा में नारायण सिंह के निधन के चलते सरपंच का पद रिक्त हो गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष बरकड़े का कहना है कि पंचायतों के उपचुनाव के संबंध में प्रशासन ने पंचायत प्रतिनिधियों तक को कोई जानकारी नहीं दी। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जाएगी और सूचना छिपाने वालों पर कार्रवाई की मांग भी की जाएगी।
यह है उपचुनाव कार्यक्रम
- 22 दिसंबर तक नाम निर्देशन पत्र जमा होंगे।
23 दिसंबर को नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी
26 दिसंबर तक नाम वापसी और चुनाव चिन्ह आवंटन होगा
5 जनवरी को मतदान, पंच पद की मतगणना भी इसी दिन हो जाएगी
9 जनवरी को सरपंच और जनपद पंचायत सदस्य के मतों की गणना होगी