कवि छोकर, SEHORE. सीहोर में सीवन नदी के किनारे 150 साल पुराना चर्च है। जो आज भी पूरी शान से खड़ा है, इस चर्च की तुलना पूरे भारत में ऐतिहासिक चर्च से की जाती है। 27 सालों की कड़ी मेहनत से ऑल सेंट चर्च को स्कॉटलैंड के चर्च की तरह तैयार किया गया था। इसलिए इस चर्च को स्कॉटलैंड के ऐतिहासिक चर्च की कॉपी भी कहा जाता है।
ब्रिटिश शासनकाल में बनाया गया था चर्च
चर्च का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में साल1868 में सीहोर में पदस्थ पॉलिटिकल एजेंट जे डब्लू ओसबोर्न ने कराया था। लाल पत्थरों से निर्मित यह चर्च मध्य भारत का पहला चर्च है।
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ब्रिटिश सरकार के अधिकारी होते थे इकट्ठे
यह चर्च जिले की एक महत्वपूर्ण आकर्षक इमारतों में से एक है। जिसमें ब्रिटिश काल के फौजी, अधिकारी प्रार्थना के लिए यहां इकट्ठे होते थे क्योंकि सीहोर तत्कालीन ब्रिटिश शासन की छावनी थी। यह चर्च पुरातत्व विभाग की संग्रहित इमारतों की सूची का एक हिस्सा है और अपनी भव्यता और सौंदर्य के कारण पूरे प्रदेश के आकर्षण का केंद्र है। चर्च को खास लकड़ियों से बनाया गया है, जो कि करीब 152 साल बाद भी वैसी ही स्थिति में है। यहां पर लगभग 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
जीर्णोद्धार की आस देख रहा चर्च
150 सालों से अपने कंधे पर शान से खड़ा ये ऐतिहासिक चर्च अब जीर्णोद्धार के लिए बीते 5 सालों से तरस रहा है। नगर में ईसाई परिवार सीमित संख्या में होने के कारण इस ऐतिहासिक इमारत पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। फादर रोहित चौहान कहते हैं कि,अगर इस ऐतिहासिक इमारत के रख-रखाव के लिए प्रशासन आगे नहीं आया तो आने वाले समय में ये इमारत इसिहास के पन्ने में दर्ज नजर आएगी।